संवाद
दरभंगा :- दरभंगा के डीटीओ राजीव कुमार ने आखिरकार इस्तीफा दे दिया। विगत एक सप्ताह से उनके बर्खास्त करने की मांग कुछ संगठन कर रहे थे। आज उन्होंने चुप्पी तोड़ कर इस्तीफे मे लिखा है कि वो अपनी नौकरी के दौरान अपने आत्म सम्मान,स्वाभिमान और गरिमा की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं। वो आगे लिखते हैं कि वर्तमान समय मे राज्य और राष्ट्र की प्रगति में योगदान नहीं दे पा रहे हैं।
सेना का नौकरी छोड़कर इस सेवा से जुड़े अधिकारी श्री राजीव कुमार ने अपना दर्द बयां करते हुए लिखा है कि जिस मकसद से वो इस सेवा में आए थे वो मकसद पूरा नहीं हो पा रहा था ।
सवाल बड़ा है और सोचने पर मजबूर भी करता है कि जब प्रशासनिक अधिकारी ही सिस्टम और भ्रष्टाचार के आगे खुद को मजबूर समझता है तो आखिर उन लाखों आम लोगों का क्या होगा जो दिन रात इसी व्यवस्था से जूझता है और खुद को मजबूर समझता है ?
दरभंगा :- दरभंगा के डीटीओ राजीव कुमार ने आखिरकार इस्तीफा दे दिया। विगत एक सप्ताह से उनके बर्खास्त करने की मांग कुछ संगठन कर रहे थे। आज उन्होंने चुप्पी तोड़ कर इस्तीफे मे लिखा है कि वो अपनी नौकरी के दौरान अपने आत्म सम्मान,स्वाभिमान और गरिमा की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं। वो आगे लिखते हैं कि वर्तमान समय मे राज्य और राष्ट्र की प्रगति में योगदान नहीं दे पा रहे हैं।
सेना का नौकरी छोड़कर इस सेवा से जुड़े अधिकारी श्री राजीव कुमार ने अपना दर्द बयां करते हुए लिखा है कि जिस मकसद से वो इस सेवा में आए थे वो मकसद पूरा नहीं हो पा रहा था ।
सवाल बड़ा है और सोचने पर मजबूर भी करता है कि जब प्रशासनिक अधिकारी ही सिस्टम और भ्रष्टाचार के आगे खुद को मजबूर समझता है तो आखिर उन लाखों आम लोगों का क्या होगा जो दिन रात इसी व्यवस्था से जूझता है और खुद को मजबूर समझता है ?