संवाद
एक साल के लंबे इंतजार के बाद अगस्त महीने के पहले रविवार को दुनिया भर में फ्रेंडशिप डे की धूम रहती है. इस दिन हर शख्स अपने दोस्तों को याद करना नहीं भूलता है. फेसबुक, व्हट्सअप व ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म पर मैसेज, शायरी, फोटो भेजकर एक दूसरे को दोस्ती की मुबारक बात देते हैं.कैसे मनाते हैं ‘फ्रेंडशिप डे
‘फ्रेंडशिप डे’ मनाने का चलन भारत से पहले नहीं था, लेकिन अब पश्चिमी संस्कृति की तरह यह भी भारत की संस्कृति का एक हिस्सा बन गया है. पिछले कुछ सालों में तो फ्रेंडशिप डे खूब पॉपुलर हुआ है. इस दिवस से एक हफ्ता पहले ही बाजारों में ग्रीटिंग कार्ड, फ्रेंडशिप बैंड्स बिकने के आ जाते हैं. सोशल मीडिया और एसएमएस के जरिए लोग एक दूसरे को इस दिन पर बधाई व शुभकामनाएं देते हैं. साथ ही फ्रेंडशिप निभाने वाले लिखे शायरी, कविता आदि भेजते हैं.
फ्रेंडशिप डे- कब और कैसे हुई शुरुआत
फ्रेंडशिप डे के बारे में ऐसा माना जाता है कि अमेरिका में 1935 में अमेरिकी सरकार ने एक निर्दोष व्यक्ति को मार दिया। व्यक्ति की मौत के बाद उसके एक दोस्त ने आत्महत्या कर ली।
फ्रेंडशिप डे- लोगों ने दिया प्रस्ताव
इसके कारण लोगों में सरकार के प्रति काफी गुस्सा व्याप्त हो गया और जिस दिन उसके दोस्त आत्महत्या की थी उस दिन को दक्षिणी अमेरिकी लोगों ने इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे (International Friendship Day) मनाने का प्रस्ताव अमेरिकी सरकार के समक्ष रखा था।फ्रेंडशिप डे- 21 साल बाद प्रस्ताव को मिली मंजूरी
लेकिन सरकार लोगों की ये बात मानने को तैयार नहीं थी। जिसके बाद लोगों का गुस्सा और बढ़ गया। भीड़ के रोष को शांत करने के लिए अमेरिकी सरकार लगभग 21 साल बाद 1958 में ये प्रस्ताव मंजूर किया।
तब से ही अगस्त के पहले रविवार को इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे मनाने की घोषणा कर दी गई और हर साल अगस्त का पहला रविवार फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाया जाता है।