राजेश कुमार वर्मा/पंकज झा शास्त्री
दरभंगा/मधुबनी ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । मधुबनी शहर की हालात बद से बदतर नजर आ रहा है । स्वच्छता अभियान सिर्फ फाइलों में ही नजर आता है । शहर की हालात बहुत ही बदहाल है।
शहर के कई चौक पर कुड़े कचड़े की भरमार लगा रहता है। शहर के कई कॉलोनियों में जल जमाव लगा रहता है। सिर्फ साफ सफाई के नाम पर राशि लूटा जा रहा है , शहर के कई प्रमुख नाला में कचरा जाम है। कुछ नालों को तो दवंगों ने अतिक्रमण कर रखा है । विभाग के कमजोर कार्य प्रणाली के कारण अतिक्रमण को नहीं हटाया जा रहा है।
इतना ही नहीं शहर के प्रमुख धार्मिक स्थल काली मंदिर परिसर स्थित गंगा सागर पोखर में, सरकारी बस पड़ाव में जमे दुसित गंदे जल का नाला करके बहाव कर दिया गया है। जिससे पोखरे से जल लेकर मंदिर में जल चढ़ाने वाले श्रद्धालु आक्रोशित एवं दुखी है।
वहीं काली मंदिर परिसर स्थित आश्विन दुर्गा मंदिर के बगल में बच्चों के खेलने वाले पार्क में कुड़े कचरे के अंबार के साथ हमेशा जल जमाव लगा रहता है जब की कुछ सालों पहले बच्चे यहां खेला करते थे। जब से दरभंगा राज द्वारा इस परिसर का टेंडर दिया गया तबसे इस परिसर के और भी हालात नाजुक बना हुआ है। इस काली मंदिर परिसर से कई लाख रुपए का वसूली किया जाता है। इस परिसर में बने प्रमुख द्वार पर चैती दुर्गा मंदिर स्थित है जिसके प्रांगण को भी नहीं छोड़ा गया है और इसे भी किराए पर लगा दिया गया है । जिस कारण मंदिर स्पष्ट रूप से नहीं दिख पाता।
कहने का तात्पर्य यह है कि स्वच्छता सिर्फ नाम के लिए बांकी तो लूटा ही जा रहा है। दुखी और आक्रोशित जनता है। यहां के मीडिया बंधु को तो दिखता नहीं है कारण उन्हें सच लिखने की साहस ही नहीं, कुछ मीडिया तो सिर्फ चापलूस बने हुऐ है ऐसा ही लगता है।