राजेश कुमार वर्मा/बद्री गुप्ता लातेहार
पटना / लातेहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज )। यूनिसेफ की ओर से राष्ट्र का प्रतिनिधित्व कर रही डॉ. यास्मीन अली हक मंगलवार को लातेहार प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय पतरातू पहुंची। जहां विद्यालय के बाल संसद के बच्चों समेत विद्यालय प्रबंधन समिति एवं ग्रामीणों ने विधिवत स्वागत किया। इसके पश्चात डॉ. हक विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों से बातचीत कर विद्यालय संचालन, बाल विवाह एवं बाल संरक्षण ऐसे मामलों में क्षेत्र की स्थिति की जानकारी ली। बाल विवाह के विषय में बताते हुए प्रबंधन समिति अध्यक्ष बलकू अंसारी ने बताया की तीन-चार साल पहले इस क्षेत्र में बाल विवाह हुआ करते थे। किंतु आजकल लोग जागरूक हुए हैं और बच्चों के पढ़ाई पर विशेष जोर दे रहे हैं। वहीं पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों को स्कूल से जोड़ने पर विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा उठाए जा रहे कदम के बारे में प्रबंधन समिति सदस्य शहनाज बीवी ने बताया की जो बच्चे पढ़ाई छोड़ देते हैं। हम विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य उनके अभिभावक से मिलकर उन्हें विद्यालय से जोड़ने हेतु कार्य करते हैं।
यूनिसेफ के देश प्रमुख ने बाल संसद के बच्चों के साथ की बैठक : डॉ. यासमीन अली हक को विद्यालय के प्राचार्य सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि वैदिक सोसायटी द्वारा प्रशिक्षण दिए जाने के उपरांत बाल संसद सक्रिय हुए है। जिसके बाद विद्यालय और बेहतर तरीके से संचालित होने लगा है।इस पर डॉ. हक ने बाल संसद के सदस्यों के साथ बैठक की। इसमें सभी मंत्रियों से उनके कार्य एवं दायित्व एवं उनके द्वारा विद्यालय में किए जा रहे गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। डॉ. यासमीन को बच्चों ने अपने सपनों के विद्यालय के बारे में बताया। बाल संसद प्रधानमंत्री जुली कुमारी ने बताया हमारे विद्यालय में पढ़ाई बहुत अच्छी होती है, लेकिन हमारे स्कूल में कंप्यूटर नहीं होने की बात कही। लंबे अंतराल से विद्यालय में अनुपस्थित रह रहे बच्चों को विद्यालय में जोड़ने के संबंध में बाल संसद के उपस्थिति मंत्री गणेश कुमार ने बताया कि वैसे बच्चों को बाल संसद के सभी बच्चे घर से जाकर लेकर आते हैं और जरूरत पड़ने पर उनके अभिभावक से भी बात करते हैं। जिस कार्य में आवश्यकता अनुसार शिक्षक भी सहयोग करते हैं। इस मौके पर रांची यूनिसेफ प्रमुख मधुलिका, अलका कुमारी, झारखंड शिक्षा विशेषज्ञ पारुल शर्मा, बाल संरक्षण विशेषज्ञ प्रीति श्रीवास्तव उपस्थित, वेदिक सोसायटी से सचिव चंद्रशेखर सिंह, परियोजना निदेशक विनय कुमार विश्वास, प्रखंड समन्वयक कुमार अभय, उमेश कुमार, सुमंत कुमार, विकास कुमार, रूपेश कुमार, शिक्षक राजकुमार चौधरी, अजय प्रसाद, रिता देवी एवं अजय प्रताप देव उपस्थित थे।
बच्चों ने भेंट की पेंटीग : बाल संसद की बैठक के पश्चात कक्षा 9वीं एवं 10वीं के प्रतिमा कुमारी, मधु कुमारी, जिलों कुमारी, प्रत्यूष कुमार, मेहर आरा, सोनाक्षी कुमारी, पुष्पा कुमारी ने अतिथियों को प्रतीक चिन्ह के तौर पर उनके द्वारा बनाई गई चित्रकारी भेंट की।
पटना / लातेहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज )। यूनिसेफ की ओर से राष्ट्र का प्रतिनिधित्व कर रही डॉ. यास्मीन अली हक मंगलवार को लातेहार प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय पतरातू पहुंची। जहां विद्यालय के बाल संसद के बच्चों समेत विद्यालय प्रबंधन समिति एवं ग्रामीणों ने विधिवत स्वागत किया। इसके पश्चात डॉ. हक विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों से बातचीत कर विद्यालय संचालन, बाल विवाह एवं बाल संरक्षण ऐसे मामलों में क्षेत्र की स्थिति की जानकारी ली। बाल विवाह के विषय में बताते हुए प्रबंधन समिति अध्यक्ष बलकू अंसारी ने बताया की तीन-चार साल पहले इस क्षेत्र में बाल विवाह हुआ करते थे। किंतु आजकल लोग जागरूक हुए हैं और बच्चों के पढ़ाई पर विशेष जोर दे रहे हैं। वहीं पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों को स्कूल से जोड़ने पर विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा उठाए जा रहे कदम के बारे में प्रबंधन समिति सदस्य शहनाज बीवी ने बताया की जो बच्चे पढ़ाई छोड़ देते हैं। हम विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य उनके अभिभावक से मिलकर उन्हें विद्यालय से जोड़ने हेतु कार्य करते हैं।
यूनिसेफ के देश प्रमुख ने बाल संसद के बच्चों के साथ की बैठक : डॉ. यासमीन अली हक को विद्यालय के प्राचार्य सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि वैदिक सोसायटी द्वारा प्रशिक्षण दिए जाने के उपरांत बाल संसद सक्रिय हुए है। जिसके बाद विद्यालय और बेहतर तरीके से संचालित होने लगा है।इस पर डॉ. हक ने बाल संसद के सदस्यों के साथ बैठक की। इसमें सभी मंत्रियों से उनके कार्य एवं दायित्व एवं उनके द्वारा विद्यालय में किए जा रहे गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। डॉ. यासमीन को बच्चों ने अपने सपनों के विद्यालय के बारे में बताया। बाल संसद प्रधानमंत्री जुली कुमारी ने बताया हमारे विद्यालय में पढ़ाई बहुत अच्छी होती है, लेकिन हमारे स्कूल में कंप्यूटर नहीं होने की बात कही। लंबे अंतराल से विद्यालय में अनुपस्थित रह रहे बच्चों को विद्यालय में जोड़ने के संबंध में बाल संसद के उपस्थिति मंत्री गणेश कुमार ने बताया कि वैसे बच्चों को बाल संसद के सभी बच्चे घर से जाकर लेकर आते हैं और जरूरत पड़ने पर उनके अभिभावक से भी बात करते हैं। जिस कार्य में आवश्यकता अनुसार शिक्षक भी सहयोग करते हैं। इस मौके पर रांची यूनिसेफ प्रमुख मधुलिका, अलका कुमारी, झारखंड शिक्षा विशेषज्ञ पारुल शर्मा, बाल संरक्षण विशेषज्ञ प्रीति श्रीवास्तव उपस्थित, वेदिक सोसायटी से सचिव चंद्रशेखर सिंह, परियोजना निदेशक विनय कुमार विश्वास, प्रखंड समन्वयक कुमार अभय, उमेश कुमार, सुमंत कुमार, विकास कुमार, रूपेश कुमार, शिक्षक राजकुमार चौधरी, अजय प्रसाद, रिता देवी एवं अजय प्रताप देव उपस्थित थे।
बच्चों ने भेंट की पेंटीग : बाल संसद की बैठक के पश्चात कक्षा 9वीं एवं 10वीं के प्रतिमा कुमारी, मधु कुमारी, जिलों कुमारी, प्रत्यूष कुमार, मेहर आरा, सोनाक्षी कुमारी, पुष्पा कुमारी ने अतिथियों को प्रतीक चिन्ह के तौर पर उनके द्वारा बनाई गई चित्रकारी भेंट की।