राजेश कुमार वर्मा
पटना ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । राज्य आयुक्त निशक्ततता, बिहार डॉ॰ शिवाजी कुमार की अध्यक्षता में पटना के मसौढी अनुमंडल व प्रखंडों का दौरा किया गया ।इस अवसर पर विभिन्न गाँवों के पंचायत, प्रखंड में अवस्थित दिव्यांगजन तथा उनके जनप्रतिनिधियों ने उपस्थिति दर्ज की ।आज के इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, ब्लाक स्तर के सभी राज्य कर्मचारी , अनुमंडल के आला अधिकारीगण उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्य आयुक्त निशक्ततता, बिहार की सहमति से विभिन्न पंचायत में पंचायत स्तरीय दिव्यांगजन समिति और प्रखंड स्तरीय दिव्यांगजन समिति का गठन किया गया। इनमें मसौङी, नौबतपुर, राज देवरिया, धनरूआ, पुनपुन आदि के पंचायत व प्रखंड शामिल थे।आज के इस महत्वपूर्ण बैठक में बहुत सारे दिव्यांगजन की समस्याएं सुनी गयी और उनका समाधान राज्य आयुक्त निशक्ततता डॉ॰ शिवाजी कुमार ने किया।विभिन्न कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए डॉ॰ कुमार ने बताया की दिव्यांगता अभिशाप नहीं वरन यह एक विशेषता है। इसका अर्थ पर जोर देते हुए कहा की दिव्यांग व्यक्ति पहले एक इंसान है और तब उसकी शारीरिक या मानसिक दिव्यांगता उसकी पहचान है। आम लोगों में भी रूप,वर्ण आदि पहचान होती है। अपने संबोधन में उनके द्वारा राज्य के दिव्यांगजनों को आहूत किया की वह निडर और स्वाभिमान के साथ जिएं।विभिन्न योजनाओं की जानकारी पहले लें व तत्पश्चात लाभ हेतु आवेदन दें।तीन बार आवेदन के बाद अगर लाभार्थी को लाभ नही मिलता तो संबंधित थाना में जाये या राज्य आयुक्त को सूचित करें।आज के कार्यक्रम में अधिकारीगण, जन प्रतिनिधिगण को भी दिव्यांगता से जुङे लोगों की मदद पहुचाने के लिए अभिप्रेरित किया गया। आज के इस दौरे में श्रीमति रत्ना अग्रवाल, जिला प्रबंधक, बुनियाद केन्द पटना ने दिव्यांग लोगो के लिए चलायी जा रही सुविधाओं की जानकारी दिया। इस अवसर पर डॉ॰ मनोज कुमार, मनोवैज्ञानिक,पटना ने दिव्यांगजनों को राज्य आयुक्त के द्वारा बिहार में दिव्यांग लोगों के लिए चलाये जा रहे प्रयास से लोगों को रूबरू कराया।दिव्यांगजन में हौसले भरते हुए विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने व जीवन में बदलाव लाने के लिए अभिप्रेरित किया।
पटना ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । राज्य आयुक्त निशक्ततता, बिहार डॉ॰ शिवाजी कुमार की अध्यक्षता में पटना के मसौढी अनुमंडल व प्रखंडों का दौरा किया गया ।इस अवसर पर विभिन्न गाँवों के पंचायत, प्रखंड में अवस्थित दिव्यांगजन तथा उनके जनप्रतिनिधियों ने उपस्थिति दर्ज की ।आज के इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, ब्लाक स्तर के सभी राज्य कर्मचारी , अनुमंडल के आला अधिकारीगण उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्य आयुक्त निशक्ततता, बिहार की सहमति से विभिन्न पंचायत में पंचायत स्तरीय दिव्यांगजन समिति और प्रखंड स्तरीय दिव्यांगजन समिति का गठन किया गया। इनमें मसौङी, नौबतपुर, राज देवरिया, धनरूआ, पुनपुन आदि के पंचायत व प्रखंड शामिल थे।आज के इस महत्वपूर्ण बैठक में बहुत सारे दिव्यांगजन की समस्याएं सुनी गयी और उनका समाधान राज्य आयुक्त निशक्ततता डॉ॰ शिवाजी कुमार ने किया।विभिन्न कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए डॉ॰ कुमार ने बताया की दिव्यांगता अभिशाप नहीं वरन यह एक विशेषता है। इसका अर्थ पर जोर देते हुए कहा की दिव्यांग व्यक्ति पहले एक इंसान है और तब उसकी शारीरिक या मानसिक दिव्यांगता उसकी पहचान है। आम लोगों में भी रूप,वर्ण आदि पहचान होती है। अपने संबोधन में उनके द्वारा राज्य के दिव्यांगजनों को आहूत किया की वह निडर और स्वाभिमान के साथ जिएं।विभिन्न योजनाओं की जानकारी पहले लें व तत्पश्चात लाभ हेतु आवेदन दें।तीन बार आवेदन के बाद अगर लाभार्थी को लाभ नही मिलता तो संबंधित थाना में जाये या राज्य आयुक्त को सूचित करें।आज के कार्यक्रम में अधिकारीगण, जन प्रतिनिधिगण को भी दिव्यांगता से जुङे लोगों की मदद पहुचाने के लिए अभिप्रेरित किया गया। आज के इस दौरे में श्रीमति रत्ना अग्रवाल, जिला प्रबंधक, बुनियाद केन्द पटना ने दिव्यांग लोगो के लिए चलायी जा रही सुविधाओं की जानकारी दिया। इस अवसर पर डॉ॰ मनोज कुमार, मनोवैज्ञानिक,पटना ने दिव्यांगजनों को राज्य आयुक्त के द्वारा बिहार में दिव्यांग लोगों के लिए चलाये जा रहे प्रयास से लोगों को रूबरू कराया।दिव्यांगजन में हौसले भरते हुए विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने व जीवन में बदलाव लाने के लिए अभिप्रेरित किया।