कार्यकर्ता सम्मेलन से 11 सदस्यीय पंचायत कमिटी संयोजिका चुनी गई रंजू कुमारी
जुल्मी-पुलिस गठजोड़ की वजह से महिला हो रही न्याय से वंचित - सुरेंद्र
राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) समस्तीपुर जिले केताजपुर प्रखंड क्षेत्र में बहन, बेटी एवं महिलाओं पर जुल्म बेइंतहा जारी है। पीड़िता द्वारा सर्वस्व न्योछावर कर न्याय पाने को दर-दर भटकना भी बेकार हो जाता है। वे थक-हार कर बैठ जाती हैं। परिणामस्वरूप जुल्मी का मनोबल और बढ़ जाता है। बढ़ते जुल्म को रोकने एवं पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा तय करने के लिए जन आंदोलन की पार्टी भाकपा माले के साथ मिलकर ऐपवा ने इस दिशा में संयुक्त प्रयास तेज कर दिया है। इसके तहत सोमवार को सौ से अधिक महिलाओं को रामापुरं महेशपुर पंचायत के राजखंड बलुआही पोखर के पास ईकट्ठा कर एक कार्यकर्ता सम्मेलन किया गया। इसकी अध्यक्षता रंजू कुमारी ने की। पर्यवेक्षक के तौर पर भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह मौजूद थे। सम्मेलन में अन्नु देवी, कामिनी देवी, अजमेर बेगम, रिंकू देवी, लक्ष्मी देवी, सुनीता देवी समेत दर्जनों महिलाओं ने उनपर जारी सामाजिक, सामंती, अपराधिक एवं पुलिस जुल्म के साथ ही महिलाओं से संबंधित योजनाओं मसलन मोसमाती, वृद्धावस्था, विकलांग,कन्या विवाह, शौचालय, आवास, नलजल आदि योजनाओं में बरती जा रही अनियमितता पर जमकर भड़ास निकाला। इसे लेकर निर्णायक संघर्ष चलाने हेतु महिलाओं की एकता का मजबूत कर संगठन विस्तार करने हेतु 11 सदस्यीय पंचायत कमिटी का चुनाव सर्वसम्मति से किया गया। पिंकी कुमारी, रिंकू कुमारी, माला देवी, सुनीता देवी, इंदू देवी, गीता देवी, पिंकी देवी, रेखा देवी, गौरी देवी, रंजू देवी बतौर सदस्य चुनी गई। रंजू कुमारी को संयोजिका चुना गया।
ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बगैर महिला को संगठित किए उनके हक- हुकूक के हिफाजत के लिए आंदोलन असंभव है। उन्होंने ताजपुर वासियों से महिला संगठन को मजबूत करने में सहयोग देने की अपील की।
माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि जुल्मी-पुलिस पुलिस के नापाक गठजोड़ के कारण पीड़ित को न्याय से बंचित होना पड़ता है। महिला संगठन मजबूत कर आंदोलन के मार्फत जागरूकता फैलाकर इसे रोका जा सकता है।