राजेश कुमार वर्मा/धर्मविजय गुप्ता
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिले के खानपुर प्रखंड अंतर्गत जहांगीरपुर पंचायत के भूतपूर्व मुखिया रामविलास महतो की मोटरसाइकिल से एक्सीडेंट में हुए बुरी तरह घायल हो जाने के कारण अस्पताल में इलाज के दरम्यान पटना में मौत हो गई । बताया जाता है सोमवार के रोज मोटरसाइकिल से उनका एक्सीडेंट हो गया । ग्रामीणों का बताना है कि पंचायत के कोठिया गांव में वे पंचायती करने गये थे । जहां से पंचायत खत्म होने के बाद अपने मोटरसाइकिल से घर वापस लौटने के दरम्यान रास्ते में ही बकरी को बचाने के क्रम में उनका एक्सीडेंट हो गया और वे बुरी तरह जख्मी हो गये । जिसकी सूचना घरवालों को मिलते हीं उनका लड़का घटना स्थल पर पहुंच कर आनन-फानन में उन्हें सदर अस्पताल समस्तीपुर लेकर गये। जहां से इलाज के बाद स्थिति को देखते हुये डॉक्टरों ने उन्हें पटना पारस एम्स में रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई । जिसको लेकर परिजनों का रो-रोकर हाल बूरा हो गया है । फिलहाल उनकी डेड बॉडी पटना से घर वापस नहीं आ पाया है। आपको बताते चलें कि ये वारिसनगर विधानसभा से एमएलए का निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव भी लड़े थे । जहांगीरपुर पंचायत के यह प्रथम बार मुखिया पद पर उस वक्त चुने गये थे जिस वक्त पहली बार मुखिया का चुनाव हुआ था। तब से यह अपने पंचायत के खुद तीसरी बार मुखिया चुने गए थे। उसके बाद उनकी बड़ी बहू मंजू देवी वर्तमान में मुखिया पद पर पदस्थापित हैं । इनके मौत होने की खबर पंचायत में फैलते ही शोक की लहर फैल गया है ।
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिले के खानपुर प्रखंड अंतर्गत जहांगीरपुर पंचायत के भूतपूर्व मुखिया रामविलास महतो की मोटरसाइकिल से एक्सीडेंट में हुए बुरी तरह घायल हो जाने के कारण अस्पताल में इलाज के दरम्यान पटना में मौत हो गई । बताया जाता है सोमवार के रोज मोटरसाइकिल से उनका एक्सीडेंट हो गया । ग्रामीणों का बताना है कि पंचायत के कोठिया गांव में वे पंचायती करने गये थे । जहां से पंचायत खत्म होने के बाद अपने मोटरसाइकिल से घर वापस लौटने के दरम्यान रास्ते में ही बकरी को बचाने के क्रम में उनका एक्सीडेंट हो गया और वे बुरी तरह जख्मी हो गये । जिसकी सूचना घरवालों को मिलते हीं उनका लड़का घटना स्थल पर पहुंच कर आनन-फानन में उन्हें सदर अस्पताल समस्तीपुर लेकर गये। जहां से इलाज के बाद स्थिति को देखते हुये डॉक्टरों ने उन्हें पटना पारस एम्स में रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई । जिसको लेकर परिजनों का रो-रोकर हाल बूरा हो गया है । फिलहाल उनकी डेड बॉडी पटना से घर वापस नहीं आ पाया है। आपको बताते चलें कि ये वारिसनगर विधानसभा से एमएलए का निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव भी लड़े थे । जहांगीरपुर पंचायत के यह प्रथम बार मुखिया पद पर उस वक्त चुने गये थे जिस वक्त पहली बार मुखिया का चुनाव हुआ था। तब से यह अपने पंचायत के खुद तीसरी बार मुखिया चुने गए थे। उसके बाद उनकी बड़ी बहू मंजू देवी वर्तमान में मुखिया पद पर पदस्थापित हैं । इनके मौत होने की खबर पंचायत में फैलते ही शोक की लहर फैल गया है ।