राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज )। जब चल पड़े सफर में तो क्या मुड़ के देखना, दुनिया का क्या है इसने सजा बार-बार दी। गाहे-ब-गाहे इन पंक्तियों को गुनगुनाने वाले सुप्रसिद्ध गायक, गीतकार, साहित्य सेवी, कादंबिनी क्लब के संयोजक नंद किशोर शर्मा का शनिवार को निधन हो गया। वे विगत कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से जिले ही नहीं देश भर में फैले उनके प्रशंसकों व चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गयी। उनके निधन की खबर सुनते ही जिले के संगीत व साहित्य सेवियों की सांसें अटक सी गयी। हर कदम अंतिम दर्शन केलिए उनके श्रीरामपुर अयोध्या स्थित आवास की ओर मुड़ गये थे। समाचार प्रेषण तक उनके आवास पर आने जाने वालों को सिलसिला जारी था। इनकी लोकप्रियता का आलम था कि सिर्फ साहित्य-संगीत हीं नहीं समाजसेवी व राजनेता भी उनके दर्शन को पहुँच रहे थे। इस दौरान लोगों स्व. शर्मा के परिजनों को सान्त्वना दी। बताते चलें कि स्व. शर्मा का पुत्र राजीव कुमार रेल में सेवारत है, वहीं उनकी पत्नी शोभा चैधरी सेवा निवृत प्रधानाध्यापिका हैं। इस अवसर अपनी संवेदना जताते हुए जिला परिषद शिक्षा समिति अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने कहा कि पूसा प्रखण्ड का अनमोल हीरा और राष्ट्रीय स्तर पर पूसा प्रखण्ड की शान थे स्व. शर्मा। इनके निधन से उत्पन्न शुन्यता को भर पाना सदियों तक मुमकिन नहीं होगा। मौके पर भाजपा नेता रामबालक पासवान, पं. उमेश चन्द्र झा, केदार चैधरी, श्याम चौधरी, विमल शर्मा, अनिल कुमार चौधरी, विजय कुमार शर्मा, रामाशीष चौधरी, अनिरूद्ध कुमार, अवधेश कुमार, अरविन्द कुमार शर्मा, डाॅ. प्रभात कुमार झा, सत्यनारायण मिश्र, प्रवीण कुमार झा, झंझट टाईम्स के प्रधान संपादक राजकुमार राय, सहित कई लोग मौजूद थे।