राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिले के रूदौली चौक के नजदीक हुऐ डीएवी पब्लिक स्कूल के वाहन से सड़क दुर्घटना में मो० मोनू ( २३ ) की हुई मृत्यु को लेकर मिलने वाली सरकारी अनुदान राशि के लिए दर बदर भटकने को मजबूर है मृतक के आश्रित परिवार । मृतक के दादा चक अब्दुलगणी निवासी मो० लतीफ शाह ने मिथिला हिन्दी न्यूज बेव पोर्टल व मीडिया दर्शन हिन्दी दैनिक समाचार पत्र के कार्यालय में आकर बताया कि विगत ०१ अगस्त को मेरे पोते की मृत्यु डीएवी पब्लिक स्कूल के वाहन से रूदौली चौक के निकट सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई । जिसका अंत्यपरीक्षण सदर अस्पताल में कराया गया । उसके बाद मृत्यु के सभी कागजात के साथ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। आज महिना बीत को आया लेकिन मृत्तोपरांत मिलने वाली सरकारी अनुदान की राशि नहीं मिला है । हमलोग के परिवार को चलाने वाला मृतक ही एकमात्र सहारा आसरा था उसकी मृत्यु हो जाने के बाद हमलोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । मृतक के आश्रित को मिलने वाली अनुदान के लिए दरदर भटकने पर मजबूर हो गया हूं ।इस विषय पर जिलाधिकारी से लेकर प्रखंड तक दौड़ लगातार लगा रहा हूं लेकिन किसी भी प्रशासनिक अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है । मजबूर होकर मीडिया कर्मियों से गुहार लगाते हुए कहा है कि जल्द से जल्द मृत्तोपरांत मिलने वाली सरकारी अनुदान की राशि दिलाने की कृपा करें ताकि मृतक के आश्रितों को भुखमरी के कगार पर आने की नौबत बन सके । जिलाधिकारी से अनुदान राशि देने की मांग की अपील किया है ।
मृतक के दादा मो० लतीफ शाह |
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिले के रूदौली चौक के नजदीक हुऐ डीएवी पब्लिक स्कूल के वाहन से सड़क दुर्घटना में मो० मोनू ( २३ ) की हुई मृत्यु को लेकर मिलने वाली सरकारी अनुदान राशि के लिए दर बदर भटकने को मजबूर है मृतक के आश्रित परिवार । मृतक के दादा चक अब्दुलगणी निवासी मो० लतीफ शाह ने मिथिला हिन्दी न्यूज बेव पोर्टल व मीडिया दर्शन हिन्दी दैनिक समाचार पत्र के कार्यालय में आकर बताया कि विगत ०१ अगस्त को मेरे पोते की मृत्यु डीएवी पब्लिक स्कूल के वाहन से रूदौली चौक के निकट सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई । जिसका अंत्यपरीक्षण सदर अस्पताल में कराया गया । उसके बाद मृत्यु के सभी कागजात के साथ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। आज महिना बीत को आया लेकिन मृत्तोपरांत मिलने वाली सरकारी अनुदान की राशि नहीं मिला है । हमलोग के परिवार को चलाने वाला मृतक ही एकमात्र सहारा आसरा था उसकी मृत्यु हो जाने के बाद हमलोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । मृतक के आश्रित को मिलने वाली अनुदान के लिए दरदर भटकने पर मजबूर हो गया हूं ।इस विषय पर जिलाधिकारी से लेकर प्रखंड तक दौड़ लगातार लगा रहा हूं लेकिन किसी भी प्रशासनिक अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है । मजबूर होकर मीडिया कर्मियों से गुहार लगाते हुए कहा है कि जल्द से जल्द मृत्तोपरांत मिलने वाली सरकारी अनुदान की राशि दिलाने की कृपा करें ताकि मृतक के आश्रितों को भुखमरी के कगार पर आने की नौबत बन सके । जिलाधिकारी से अनुदान राशि देने की मांग की अपील किया है ।