राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज ) । रक्षा बंधन को पर्यावरण बचाओ संकल्प दिवस के रूप में ऐपवा जिलाध्यक्ष सह भाकपा माले नेत्री बंदना सिंह के नेतृत्व में मनाया गया।महिलाओं ने इस अवसर पर शहर के विवेक- विहार मुहल्ला में रक्षा बंधन की तरह ही दर्जनों पेड़-पौधे में राखी बांधकर इसे बचाने के संकल्प के साथ ही अन्य लोगों को भी प्रेरित कर पेड़, पौधे,लगाने,पानी पटाने तथा लोगों से इसे काटने से मना करने का संकल्प लिया।महिलाओं ने इसे लेकर जागरुकता अभियान चलाये जाने पर भी बल दिया।
मौके पर ऐपवा सह भाकपा माले नेत्री बंदना सिंह ने कहा कि लगातार पेड़-पौधे काटे जा रहे हैं। इससे पर्यावरण असंतुलित हो गया है।इसी के कारण कहीं अत्यधिक ठंड़ा तो कहीं अत्यधिक गर्मी,कहीं अतिवृष्टि तो कहीं अनावृष्टि हो रही है।समय रहते अगर मानव सचेत नहीं हुए तो पृथ्वी पर मानव का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। आज अमीर लोग एसी, रेफ्रिजरेटर, जेनरेटर,डीजल जनित लग्जरी वाहन से पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं और इसका खामियांजा सामान्य एवं गरीब लोगों को भुगतना पड़ता है।उन्होंने कहा कि पर्यावरण को लेकर सरकार और इनके अधिकारी भी गैर जिम्मेवार हैं।सड़क, कार्यालय, नाला, आदि निर्माण के समय गैर जरूरी ढ़ंग से पेड़-पौधे को काट दिया जाता है।सरकारी योजना से पेड़ लगाया तो जाता है लेकिन पानी पटाने, इसे बचाने की क़ोई व्यवस्था नहीं किया जाता है परिणामस्वरूप अधिकांश पौधे सुख जाते हैं और इसके नाम पर करोड़ों की राशि का बंदरबांट हो जाता है। हमें इसके खिलाफ भी आवाज उठाना होगा। मौके पर बंदना सिंह के अलावे ऐपवा नेत्री नीलम देवी, स्तुति, साहील आदि थे।
समस्तीपुर (मिथिला हिन्दी न्यूज ) । रक्षा बंधन को पर्यावरण बचाओ संकल्प दिवस के रूप में ऐपवा जिलाध्यक्ष सह भाकपा माले नेत्री बंदना सिंह के नेतृत्व में मनाया गया।महिलाओं ने इस अवसर पर शहर के विवेक- विहार मुहल्ला में रक्षा बंधन की तरह ही दर्जनों पेड़-पौधे में राखी बांधकर इसे बचाने के संकल्प के साथ ही अन्य लोगों को भी प्रेरित कर पेड़, पौधे,लगाने,पानी पटाने तथा लोगों से इसे काटने से मना करने का संकल्प लिया।महिलाओं ने इसे लेकर जागरुकता अभियान चलाये जाने पर भी बल दिया।
मौके पर ऐपवा सह भाकपा माले नेत्री बंदना सिंह ने कहा कि लगातार पेड़-पौधे काटे जा रहे हैं। इससे पर्यावरण असंतुलित हो गया है।इसी के कारण कहीं अत्यधिक ठंड़ा तो कहीं अत्यधिक गर्मी,कहीं अतिवृष्टि तो कहीं अनावृष्टि हो रही है।समय रहते अगर मानव सचेत नहीं हुए तो पृथ्वी पर मानव का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। आज अमीर लोग एसी, रेफ्रिजरेटर, जेनरेटर,डीजल जनित लग्जरी वाहन से पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं और इसका खामियांजा सामान्य एवं गरीब लोगों को भुगतना पड़ता है।उन्होंने कहा कि पर्यावरण को लेकर सरकार और इनके अधिकारी भी गैर जिम्मेवार हैं।सड़क, कार्यालय, नाला, आदि निर्माण के समय गैर जरूरी ढ़ंग से पेड़-पौधे को काट दिया जाता है।सरकारी योजना से पेड़ लगाया तो जाता है लेकिन पानी पटाने, इसे बचाने की क़ोई व्यवस्था नहीं किया जाता है परिणामस्वरूप अधिकांश पौधे सुख जाते हैं और इसके नाम पर करोड़ों की राशि का बंदरबांट हो जाता है। हमें इसके खिलाफ भी आवाज उठाना होगा। मौके पर बंदना सिंह के अलावे ऐपवा नेत्री नीलम देवी, स्तुति, साहील आदि थे।