ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर में महाविद्यालय संघर्ष समिति के तत्वाधान में शिक्षक के साथ ही शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन भुख हड़ताल का आज तीसरा दिन
राजेश कुमार वर्मा
दरभंगा ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के परिसर में आज विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के भूख हड़ताल का तीसरे दिन शिक्षकों तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के पद सृजन की तत्काल अधिसूचना जारी करने की माँग को लेकर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल जारी रहा । अनशनकारियों के समर्थन में ल०ना०मि०यु० से संबद्ध महाविद्यालय संघर्ष समिति के तत्वावधान में शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर पदाधिकारी को नजरबंद किया। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय मुख्यालय पर विश्वविद्यालय द्वारा अनुशंसित एवं चयन समिति हो चुके शिक्षकों तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के पद सृजन की तत्काल अधिसूचना जारी करने की माँग को लेकर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे डॉ० राममोहन झा, मुख्य संरक्षक सह जद यू शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष तथा डॉ० सुरेश राम , महासचिव सह जिला अध्यक्ष अनुसूचित जाति विभाग, जिला कांग्रेस दरभंगा का आज तीसरा दिन है, दोनों अनशनकारियों के स्वास्थ्य में गिरावट हो रही है। आमरण अनशन स्थल पर प्रदर्शन तथा नजरबंद कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर एवं बेगूसराय से भारी संख्या में संबद्ध महाविद्यालय के शिक्षक तथा शिक्षकेत्तर कर्मियो ने भाग लिया।
आमरण अनशन पर दिन के एक बजे एक सभा हुई । सभा की अध्यक्षता प्रो० उदय शंकर मिश्रा ने की। सभा को संबंधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि संबद्ध महाविद्यालयों के साथ विश्वविद्यालय न्याय नहीं कर रही है। जब विश्वविद्यालय अनुशंसित पदों पर नियुक्ति शिक्षकों का राज्य सरकार के निर्देश पर नियुक्त शिक्षकों का राज्य सरकार के निर्देश पर चयन समिति करवा लिया, चयन समिति हो चुके शिक्षकों का सूचना एवं अधिसूचना जारी कर दिया एवं पद सृजन नहीं करना विश्वविद्यालय के मंशा पर सवाल उठता है। विश्वविद्यालय तथा दूरस्थ शिक्षा निदेशालय लूट खसोट का अड्डा बना हुआ है। भारत वर्ष में यह पहला विश्वविद्यालय है जहाँ E.D. तथा C.B.I. जाँच करने आ रही है। यहां के कुलपति तथा कुलसचिव को उच्च न्यायालय ने कई बार जुर्माना भी लगाया है वक्ताओ ने चेतावनी देते हुए कहा कि संबद्ध महाविद्यालयों को कमजोर मत समझे, समय रहते हमारी माँग को पुरी करें अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
सभा के बाद सैकड़ो शिक्षकों ने एक जुलूस के शक्ल में विश्वविद्यालय की ओर कुच किया तथा प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध में नारे लगाए। प्रदर्शनकारी ने महाविद्यालय निरीक्षक कार्यालय, कुलसचिव कार्यालय, प्रति कुलपति कार्यालय का घेराव कर इन पदाधिकारी को नजरबंद किया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दिया कि यदि 16 अगस्त तक अनशनकारियों कि माँग नहीं मानी जाती है तो 17 अगस्त से विश्वविद्यालय मुख्यालय पर अनिश्चित कालीन आंदोलन चलाया जायेगा जिसकी जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन पर होगी। अनशन स्थल पर आयोजित सभा तथा प्रदर्शन में भाग लेने वालों में मुख्य लोगों में प्रो० अभय कुमार, डॉ० विनोद कुमार सिंह, डॉ० हरिनारायण सिंह, प्रो० गंगा प्रसाद, प्रो० अखिल रंजन झा, प्रो० मो० अब्बास, प्रो० इंद्रकिशोर , प्रो० राजेश कुमार झा, प्रो० एस० एस० पाठक, प्रो० नरेश झा, प्रो० जगदीश मंडल आदि अनेकों शिक्षक मौजूद थे। प्रदर्शन का नेतृत्व विजय कुमार यादव ने किया।
धरना स्थल पर पूर्व विधान पार्षद डॉ० विनोद कुमार चौधरी ने अनशनकारियों का समर्थन किया। उपरोक्त जानकारी प्रो० अखिल रंजन झा प्रवक्ता संबद्ध महाविद्यालय संघर्ष समिति दरभंगा के द्वारा दूरभाष पर दिया गया है ।