राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । पूर्व मुख्यमंत्री डॉ० जगन्नाथ मिश्र के निधन पर भारत सरकार के योजना आयोग के पूर्व सदस्य और वरिष्ठ साहित्यकार डॉ० परमानन्द लाभ ने गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि दिवंगत डॉ० मिश्रा का उनसे पुराना परिवारिक सम्बन्ध उसी समय से था, जब वे एल० एस० कॉलेज में प्राध्यापक थे । वे उत्कृष्ट राजनेता के साथ-साथ एक शिक्षाविद् भी थे और उनमें सबसे बड़ी बात यह थी कि वे महामानव की सदाशयता से भरे थे। बड़े परिवार में जन्म लेकर भी आजीवन समाज के उत्कर्ष , विशेषकर शिक्षा के उत्थान के लिए समर्पित रहे। उनसे निकट में हुई बातचीत को याद करते हुए डॉ० लाभ ने कहा कि शिक्षा के विकास के ध्येय के मध्यनजर हीं उन्होंने वित्तरहित शिक्षानीति को लागू किया था , परन्तु अपने ध्येय से भटक कर यह नीति उनके और बिहार के लिए कलंक साबित हुई।इस सम्बन्ध में नीतीश कुमार की शिक्षा नीति से वे नाखुश थे। अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् और सोसाइटी फॉर डिसैबिलीटी एण्ड रिहैबिलीटेशन स्ट्डीज की ओर से दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए और भाई नीतीश मिश्रा सहित पूरे परिवार को सदमा सहने की शक्ति मिलने हेतुअ ईश्वर से प्रार्थना की है।
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । पूर्व मुख्यमंत्री डॉ० जगन्नाथ मिश्र के निधन पर भारत सरकार के योजना आयोग के पूर्व सदस्य और वरिष्ठ साहित्यकार डॉ० परमानन्द लाभ ने गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि दिवंगत डॉ० मिश्रा का उनसे पुराना परिवारिक सम्बन्ध उसी समय से था, जब वे एल० एस० कॉलेज में प्राध्यापक थे । वे उत्कृष्ट राजनेता के साथ-साथ एक शिक्षाविद् भी थे और उनमें सबसे बड़ी बात यह थी कि वे महामानव की सदाशयता से भरे थे। बड़े परिवार में जन्म लेकर भी आजीवन समाज के उत्कर्ष , विशेषकर शिक्षा के उत्थान के लिए समर्पित रहे। उनसे निकट में हुई बातचीत को याद करते हुए डॉ० लाभ ने कहा कि शिक्षा के विकास के ध्येय के मध्यनजर हीं उन्होंने वित्तरहित शिक्षानीति को लागू किया था , परन्तु अपने ध्येय से भटक कर यह नीति उनके और बिहार के लिए कलंक साबित हुई।इस सम्बन्ध में नीतीश कुमार की शिक्षा नीति से वे नाखुश थे। अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् और सोसाइटी फॉर डिसैबिलीटी एण्ड रिहैबिलीटेशन स्ट्डीज की ओर से दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए और भाई नीतीश मिश्रा सहित पूरे परिवार को सदमा सहने की शक्ति मिलने हेतुअ ईश्वर से प्रार्थना की है।