राजेश कुमार वर्मा/योगेंद्र सिंह अधिवक्ता दिल्ली
नई दिल्ली/पटना । सर्वोच्च न्यायालय के जाने माने वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक गर्ग ने भारत के पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के बीमारी से लिप्त रहने और इलाज के दरम्यान ही शनिवार की दोपहर १२.०७ बजे के करीब एम्स में अंतिम सांस लेने की खबर सुनते ही मर्माहत होकर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया । अधिवक्ता श्री गर्ग ने अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा की मुझे याद है जब मैं सबसे पहले भाजपा में राष्ट्रीय संयोजक RTI सेल बना था तो अरुण जी ने मुझे अपना पूर्ण आशीर्वाद दिया और कहा था कि जब कोई वकील आगे बढ़ता है तो उन्हें निज़ी खुशी होती है।
2015 में अरुण जेटली जी ने ही संसदीय बोर्ड में मेरे नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर पार्टी ने मोहर लगाकर मुझे विधानसभा की टिकट दी।
कुछ वर्ष पूर्व जब मैंने कांग्रेस के बड़े घोटाले खोले तो अरुण जी ने सुषमा जी के साथ राष्ट्रीय कार्यकरणी में स्टेज पर मुझे बुलाकर ना सिर्फ मेरा सम्मान किया बल्कि मंच पर सबको कहा कि देश को ना सिर्फ विवेक जैसे वकीलों की बल्कि इस जैसे बेख़ौफ़ होकर लड़ने वाले जंगजुओ की सख्त जरूरत है।
एक बार अरुण जी ने अपने निजी गुरु जी तक से भी मुझे आशीर्वाद दिलवाया।
पिछले साल ही अरुण जी ने स्वयं मुझे फोन करके कुछ काम सौंपा था और जब समय से पहले काम पूर्ण करके मैंने उनको फ़ाइल सौंपी तो उन्होने अपने घर पर मुझे स्नेह आशीर्वाद दिया।
जब भी मुझे अरुण जी के मार्गदर्शन की जरूरत पड़ी तो उनके घर के दरवाजे सदा मेरे लिए खुले रहे और हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया।ऐसे महान. वकील - नेता- व्यक्तित्व की पवित्र आत्मा को हम सभी वकीलों की तरफ से नमन हैं और ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों मे स्थान दे, ऐसी प्रार्थना करते है ।