राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । स्थानीय गुदरी बाजार निवासी जे० पी ० सेनानी सुबोध कुमार साह ने मुख्यमंत्री बिहार सरकार सहित राज्यपाल के साथ ही बिहार विधानसभा अध्यक्ष और जिलाधिकारी पटना के साथ ही मीडिया दर्शन के समस्तीपुर कार्यालय को एक पत्र देकर २४ जुन १९ को दीघा पाटी पुल घाट पटना में डूबने के कारण हुई दुर्घटना से मृतक छात्र अमन राज उर्फ आंशूनहाने के क्रम में पिता बलराज गुप्ता निवासी ग्राम पो० महना थाना बरौनी थर्मल जिला बेगूसराय के आश्रितों को मरणोपरांत मिलने वाली अनुदान राशि का भुगतान का आदेश करने को लेकर अनुरोध किया है ।
जेपी सेनानी श्री सुबोध ने दिए गए अनुरोध पत्र में कहाँ है की मृतक छात्र अमन राज उर्फ आंसू के आश्रितों को १९ अगस्त १९ तक अनुग्रह राशि का भुगतान नहीं हुआ है जबकि उक्त छात्र की मृत्यु २४ जुन १९ को ही गंगा में (दीघा पाटी पुल घाट पटना ) डुबने से हुई । सरकार द्वारा विधानसभा में २६ जुलाई १९ को आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने ब्यान दिया की अनुग्रह राशि मृतक के आश्रितों को २४ घंटे के अंदर दिये जाने का प्रावधान है । विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने बिहार विधानसभा में भी मंत्री आपदा प्रबंधन लक्ष्मेश्वर राय को यह निर्देश दिया कि दुर्घटना के बाद समय सीमा के अन्दर आश्रितों को अनुग्रह राशि का भुगतान करने हेतू बिहार राज्य के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया जाऐ ।
उक्त सूचना दैनिक आज समाचार पत्र के २७ जुलाई को प्रकाशित है , लेकिन अंचलाधिकारी , दीघा पटना या अनुमंडल पदाधिकारी पटना के साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग पटना कहीं से भी " अनुग्रह अनुदान " मृतक अमन राज के पिता बलराज गुप्ता को आज तक प्राप्त नहीं हुआ है ।
उन्होंने आगे कहा है की दीघा पाटी पुल पर नदी के पास " सेव जोन " या " डेंजर जोन " अंकित नहीं था एंव नहाने के घाट पर रस्सी ,बांस , लोहे की जंजीर से बैरिकेटिंग हरिद्वार की तरह २४ जुन को भीनहीं था एंव आज भी नहीं हैं । प्रशासन की लापरवाही से २४ जुन १९ को अमन राज उर्फ आंशू का नहाने के क्रम में डुबने से मृत्यु हो गई । उक्त छात्र के डुबने के बाद जानकारी हुई की कई व्यक्ति प्रशासन की अव्यवस्था से डुबकर मर चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील किया है कि मृतक के आश्रितों को साक्ष्य के आधार पर अनुग्रह राशि देने का आदेश निर्देश यथाशीघ्र देने का प्रयास करें ताकि मृतक के आश्रित को सहायता मिल सके ।
उन्होंने संवाददाताओं को पत्र की प्रति देते हुए कहा की ऐसा लगता है देश में चल रहे नमो नमामि गंगे योजना की तरह ही बिहार में गंगा सफाई योजना कागज पर ही आपदा प्रबंधन विभाग चला रखा है ।
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । स्थानीय गुदरी बाजार निवासी जे० पी ० सेनानी सुबोध कुमार साह ने मुख्यमंत्री बिहार सरकार सहित राज्यपाल के साथ ही बिहार विधानसभा अध्यक्ष और जिलाधिकारी पटना के साथ ही मीडिया दर्शन के समस्तीपुर कार्यालय को एक पत्र देकर २४ जुन १९ को दीघा पाटी पुल घाट पटना में डूबने के कारण हुई दुर्घटना से मृतक छात्र अमन राज उर्फ आंशूनहाने के क्रम में पिता बलराज गुप्ता निवासी ग्राम पो० महना थाना बरौनी थर्मल जिला बेगूसराय के आश्रितों को मरणोपरांत मिलने वाली अनुदान राशि का भुगतान का आदेश करने को लेकर अनुरोध किया है ।
जेपी सेनानी श्री सुबोध ने दिए गए अनुरोध पत्र में कहाँ है की मृतक छात्र अमन राज उर्फ आंसू के आश्रितों को १९ अगस्त १९ तक अनुग्रह राशि का भुगतान नहीं हुआ है जबकि उक्त छात्र की मृत्यु २४ जुन १९ को ही गंगा में (दीघा पाटी पुल घाट पटना ) डुबने से हुई । सरकार द्वारा विधानसभा में २६ जुलाई १९ को आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने ब्यान दिया की अनुग्रह राशि मृतक के आश्रितों को २४ घंटे के अंदर दिये जाने का प्रावधान है । विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने बिहार विधानसभा में भी मंत्री आपदा प्रबंधन लक्ष्मेश्वर राय को यह निर्देश दिया कि दुर्घटना के बाद समय सीमा के अन्दर आश्रितों को अनुग्रह राशि का भुगतान करने हेतू बिहार राज्य के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया जाऐ ।
उक्त सूचना दैनिक आज समाचार पत्र के २७ जुलाई को प्रकाशित है , लेकिन अंचलाधिकारी , दीघा पटना या अनुमंडल पदाधिकारी पटना के साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग पटना कहीं से भी " अनुग्रह अनुदान " मृतक अमन राज के पिता बलराज गुप्ता को आज तक प्राप्त नहीं हुआ है ।
उन्होंने आगे कहा है की दीघा पाटी पुल पर नदी के पास " सेव जोन " या " डेंजर जोन " अंकित नहीं था एंव नहाने के घाट पर रस्सी ,बांस , लोहे की जंजीर से बैरिकेटिंग हरिद्वार की तरह २४ जुन को भीनहीं था एंव आज भी नहीं हैं । प्रशासन की लापरवाही से २४ जुन १९ को अमन राज उर्फ आंशू का नहाने के क्रम में डुबने से मृत्यु हो गई । उक्त छात्र के डुबने के बाद जानकारी हुई की कई व्यक्ति प्रशासन की अव्यवस्था से डुबकर मर चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील किया है कि मृतक के आश्रितों को साक्ष्य के आधार पर अनुग्रह राशि देने का आदेश निर्देश यथाशीघ्र देने का प्रयास करें ताकि मृतक के आश्रित को सहायता मिल सके ।
उन्होंने संवाददाताओं को पत्र की प्रति देते हुए कहा की ऐसा लगता है देश में चल रहे नमो नमामि गंगे योजना की तरह ही बिहार में गंगा सफाई योजना कागज पर ही आपदा प्रबंधन विभाग चला रखा है ।