संवाद
उत्तर बिहार का कुख्यात अपराधी विकास झा उर्फ कालिया जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, मायागंज के स्थित कैदी वार्ड से सोमवार सुबह 6 बजे के करीब होमगार्ड जवान के आंख में मिर्ची पाउडर झोंक कर फरार हो गया है. विकास झा उर्फ कालिया को भगाने के लिए उसके साथियों ने पूर्व से ही तैयार थी. पहले से ही उसके साथी कैदी वार्ड और अस्पताल के मुख्य गेट पर मौजूद थे. अस्पताल के नीचे ही काली पल्सर खड़ीथी, जिस पर सवार होकर विकास झा फरार हो गया। हालांकि पुलिस ने विकास झा के एक सहयोगी सह फुफेरे भाई आयुष झा को गिरफ्तार कर लिया।विकास झा उर्फ कालिया सीतामढ़ी के बथनाहा थाने का बथनाहा पूर्वी पंचायत का रहने वाला है। उसपर बथनाहा गांव के ही अंडा व्यवसायी सुरेश महतो की हत्या, बाजपट्टी के मसहा में संवेदक अनुपम की हत्या व लगमा में सुपरवाइजर की हत्या समेत अपहरण, आर्म्स एक्ट व रंगदारी के कुल आठ मामले दर्ज है। संवेदक हत्याकांड की तफ्तीश के दौरान पुलिस ने 18 अगस्त, 2013 को विकास झा उर्फ कालिया को उसके एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में बंद था। लेकिन, पेशी के दौरान कोर्ट परिसर से 3 फरवरी, 2014 को हथकड़ी के साथ यह कुख्यात शूटर फरार हो गया। तब से फरार है और इस दौरान संतोष झा गैंग में रहकर सीतामढ़ी के अलावा उत्तर बिहार के तमाम जिलों में इसने अनेक वारदातों को अंजाम दिया। फरारी के मामला लेकर 9 वां केस डुमरा थाने में कांड संख्या-254/15 के तहत दर्ज है। वह तकरीबन 20 साल का है। किशोरावस्था में ही उसने एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी और इस मामले में वह बाल सुधार गृह मुजफ्फरपुर से भी फरार हो गया था।
उत्तर बिहार का कुख्यात अपराधी विकास झा उर्फ कालिया जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, मायागंज के स्थित कैदी वार्ड से सोमवार सुबह 6 बजे के करीब होमगार्ड जवान के आंख में मिर्ची पाउडर झोंक कर फरार हो गया है. विकास झा उर्फ कालिया को भगाने के लिए उसके साथियों ने पूर्व से ही तैयार थी. पहले से ही उसके साथी कैदी वार्ड और अस्पताल के मुख्य गेट पर मौजूद थे. अस्पताल के नीचे ही काली पल्सर खड़ीथी, जिस पर सवार होकर विकास झा फरार हो गया। हालांकि पुलिस ने विकास झा के एक सहयोगी सह फुफेरे भाई आयुष झा को गिरफ्तार कर लिया।विकास झा उर्फ कालिया सीतामढ़ी के बथनाहा थाने का बथनाहा पूर्वी पंचायत का रहने वाला है। उसपर बथनाहा गांव के ही अंडा व्यवसायी सुरेश महतो की हत्या, बाजपट्टी के मसहा में संवेदक अनुपम की हत्या व लगमा में सुपरवाइजर की हत्या समेत अपहरण, आर्म्स एक्ट व रंगदारी के कुल आठ मामले दर्ज है। संवेदक हत्याकांड की तफ्तीश के दौरान पुलिस ने 18 अगस्त, 2013 को विकास झा उर्फ कालिया को उसके एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में बंद था। लेकिन, पेशी के दौरान कोर्ट परिसर से 3 फरवरी, 2014 को हथकड़ी के साथ यह कुख्यात शूटर फरार हो गया। तब से फरार है और इस दौरान संतोष झा गैंग में रहकर सीतामढ़ी के अलावा उत्तर बिहार के तमाम जिलों में इसने अनेक वारदातों को अंजाम दिया। फरारी के मामला लेकर 9 वां केस डुमरा थाने में कांड संख्या-254/15 के तहत दर्ज है। वह तकरीबन 20 साल का है। किशोरावस्था में ही उसने एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी और इस मामले में वह बाल सुधार गृह मुजफ्फरपुर से भी फरार हो गया था।