अपराध के खबरें

डा० राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय में फॉल आर्मी वर्म के एकीकृत कीट प्रबंधन के लिए कृषि विस्तार प्रणाली सहभागिता कार्यक्रम का किया गया आयोजन

राजेश कुमार वर्मा

समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिले में संचालित डॉ० राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय में फॉल आर्मी वर्म के एकीकृत कीट प्रबंधन के लिए कृषि विस्तार प्रणाली सहभागिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० रमेश चन्द्र श्रीवास्तव ने किया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री श्रीवास्तव ने कहा कि मक्के के उत्पादन में बिहार अग्रणी राज्यों में से एक है , फॉल आर्मी वर्म का कीट मक्के को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए यह जरूरी था कि तुरंत ही ऐसे कार्यक्रम किऐ जाऐ जहां वैज्ञानिक और किसान एक प्लेटफार्म पर आकर बात कर सके । उन्होंने विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ० एम० एस० कुंडू एंव सह निदेशक अनुसंधान डॉ० एन० के० सिंह की इस कार्यक्रम के आयोजन में तत्परता दिखाने को लेकर तारीफ किया साथ ही उन्होंने कहा कि कीटनाशक के छिड़काव से पहले फेरोमोन ट्रैप व लाईट ट्रैप का उपयोग करना चाहिए। सिप्रिंक्लर से पानी के तेज छिड़काव से भी कीट का ७० से ८० फीसदी नियंत्रण होना पाया गया है।
  डॉ० श्रीवास्तव ने किसानों के बीच फेरोमोन ट्रैप का वितरण भी किया ।
   उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए दक्षिण एशिया के प्रोधोगिकी केन्द्र दिल्ली के सलाहकार डॉ० साईं दास ने कीट फॉल आर्मी वर्म के प्रबंधन के विभिन्न तरीकों के बारे में विस्तार से किसानों से चर्चा की । दक्षिण एशिया प्रोधोगिकी केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ० भागीरथी चौधरी ने किसानों को फसल आर्मी वर्म कीट का मॉडल दिखाया तथा पोस्टरों के माध्यम से कीट के जीवन चक्र को समझाने की कोशिश की। श्री भागिरथी ने किसानों को अपना नं० दिया और कहा की यदि किसान को मक्के में फॉल आर्मी वर्म कीड़े से संबंधित कोई समस्या हो तो वे +९१९९९९८५१०५१ पर कॉल कर सकते है ।
  इस कार्यक्रम में ३०० सौ से अधिक किसानों ने शिरकत की । वहीं उक्त कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के मक्का वैज्ञानिक डॉ० मृत्युंजय सिंह एंव अन्य वैज्ञानिकों नै किसानों को कीट प्रबंधन के अन्य गुर सिखाऐ । इस अवसर पर कार्यक्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय बागबानी कॉलेज के डीन डॉ० कृष्ण कुमार , कृषि अभियंत्रण के डीन डॉ० अम्बरीष कुमार समेत कई अन्य निदेशक अधिष्ठाता एंव वैज्ञानिक भी शामिल हुऐ । 

إرسال تعليق

0 تعليقات
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live