राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ०३ सितंबर१९ ) । समस्तीपुर जिलान्तर्गत
मुसरीघरारी थाना के गंगापुर पंचायत के वार्ड नं०-०१ दलित बस्ती पासवान टोला, समय ०३ बजे दिन, कबुतर के खोपवाला युवक भेरबा चौर से जल्दबाजी में लौटता है और अगल-बगल के ग्रामीणों को एक महिला द्वारा एक रोते हुए बच्चे को लेकर भागने की बात बताता है। करीब 5 मिनट के अंदर खबर आग की तरह फैलता है। बच्चे, युवक, युवतियां, महिला - पुरूष अपने - अपने हाथों में लाठी, सोंटा, हसुआ, खुरपी आदि लेकर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे हो जाते है। सबों ने एकता बनाकर दौड़ते हुए चौर में मक्के, जनेरा आदि की फसल लगी खेतों की घेराबंदी शुरु कर देते हैं। लोग खेत में घूस-घूस कर तथाकथित बच्चा चोर महिला की खोज करते है। करीब दो घंटे की खोज में कोई बच्चा चोर का पता नहीं चलता है। भीड़ आगे बढ़ती है। भीड़ में शामिल बच्चे हल्ला भी कर रहे हैं। गंगापुर - समस्तीपुर रोड पर राहगीर रुककर घटना के बारे में जानना चाहते हैं। चारों ओर से एक ही आवाज बच्चा चोरी कर एक महिला भागी है। रोता हुआ बच्चा उसके हाथ में है। भीड़ और आगे बढ़ती है। एक पढ़ा - लिखा -सा लड़का राजेश एक भैस चराने वाली महिला से बच्चा चोर को देखने की बात पूछता है। फिर कबुतर के खोप वाला युवक के आते ही घटना कि हकीकत जानकर लोग अपने दांतों तले उंगली दबाते हैं। सच जानकर लोगों को सदमा पहुंचता है। दरअसल एक महिला अपने 6-7 साल के बच्चे को साथ लेकर भैस चरा रही थी। किसी बात पर बच्चा रोने लगा। महिला जनेरा खेत के आड़ पर बैठकर बच्चे को चुप करा रही थी। जनेरा काटने आने पर वही कबूतर के खोप वाला आदमी ने टोला में जाकर बच्चा चोर को देखने की बात कहा। भीड़ आक्रोशित होकर बच्चा चोर को खोजने निकल पड़ा। माले नेता सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि वे घटना की सच्चाई जानने के लिए वहां रूककर स्थानीय शिबु पासवान, सुनीता देवी, आशा देवी, विमला कुमारी आदि से पूछताछ की।माले नेता ने कहा कि ग्रामीण बच्चा चोर की चर्चा सुनकर सहमे हुए है। उड़ती खबर को सच मानकर संदिग्ध की पिटाई कर दिया जाता है। भीड़ किसी की नहीं सुनती है। उन्होंने कहा कि भीड़ में शामिल कुछ युवक उनसे भी उलझ पड़ा। वैसे युवक सच सामने नहीं आने देना चाहते थे। यह जांच का विषय है।
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ०३ सितंबर१९ ) । समस्तीपुर जिलान्तर्गत
मुसरीघरारी थाना के गंगापुर पंचायत के वार्ड नं०-०१ दलित बस्ती पासवान टोला, समय ०३ बजे दिन, कबुतर के खोपवाला युवक भेरबा चौर से जल्दबाजी में लौटता है और अगल-बगल के ग्रामीणों को एक महिला द्वारा एक रोते हुए बच्चे को लेकर भागने की बात बताता है। करीब 5 मिनट के अंदर खबर आग की तरह फैलता है। बच्चे, युवक, युवतियां, महिला - पुरूष अपने - अपने हाथों में लाठी, सोंटा, हसुआ, खुरपी आदि लेकर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे हो जाते है। सबों ने एकता बनाकर दौड़ते हुए चौर में मक्के, जनेरा आदि की फसल लगी खेतों की घेराबंदी शुरु कर देते हैं। लोग खेत में घूस-घूस कर तथाकथित बच्चा चोर महिला की खोज करते है। करीब दो घंटे की खोज में कोई बच्चा चोर का पता नहीं चलता है। भीड़ आगे बढ़ती है। भीड़ में शामिल बच्चे हल्ला भी कर रहे हैं। गंगापुर - समस्तीपुर रोड पर राहगीर रुककर घटना के बारे में जानना चाहते हैं। चारों ओर से एक ही आवाज बच्चा चोरी कर एक महिला भागी है। रोता हुआ बच्चा उसके हाथ में है। भीड़ और आगे बढ़ती है। एक पढ़ा - लिखा -सा लड़का राजेश एक भैस चराने वाली महिला से बच्चा चोर को देखने की बात पूछता है। फिर कबुतर के खोप वाला युवक के आते ही घटना कि हकीकत जानकर लोग अपने दांतों तले उंगली दबाते हैं। सच जानकर लोगों को सदमा पहुंचता है। दरअसल एक महिला अपने 6-7 साल के बच्चे को साथ लेकर भैस चरा रही थी। किसी बात पर बच्चा रोने लगा। महिला जनेरा खेत के आड़ पर बैठकर बच्चे को चुप करा रही थी। जनेरा काटने आने पर वही कबूतर के खोप वाला आदमी ने टोला में जाकर बच्चा चोर को देखने की बात कहा। भीड़ आक्रोशित होकर बच्चा चोर को खोजने निकल पड़ा। माले नेता सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि वे घटना की सच्चाई जानने के लिए वहां रूककर स्थानीय शिबु पासवान, सुनीता देवी, आशा देवी, विमला कुमारी आदि से पूछताछ की।माले नेता ने कहा कि ग्रामीण बच्चा चोर की चर्चा सुनकर सहमे हुए है। उड़ती खबर को सच मानकर संदिग्ध की पिटाई कर दिया जाता है। भीड़ किसी की नहीं सुनती है। उन्होंने कहा कि भीड़ में शामिल कुछ युवक उनसे भी उलझ पड़ा। वैसे युवक सच सामने नहीं आने देना चाहते थे। यह जांच का विषय है।