अपराध के खबरें

समाजवादी विचारधारा प्रवृत्ति के धीरज भाई की विगत दिनों हुई सड़क दुर्घटना में बुरी तरीके से घायल होने के कारण पटना में इलाज के दरम्यान मंगलवार को हुई मौत की खबर सुनकर रेलवे कॉलोनी निवासियों में फैली शोक की लहर


"बड़े शौक से सुन रहा था जमाना"

"तुम ही सो गए दास्ताँ कहते-कहते"

राजेश कुमार वर्मा/संजय कुमार

समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर शहर के रेलवे गंडक कॉलोनी निवासी समाजवादी विचारधारा प्रवृत्ति के धीरज भाई की विगत दिनों हुई सड़क दुर्घटना में बुरी तरीके से घायल होने के कारण पटना में इलाज के दरम्यान मंगलवार को हुई मौत की खबर सुनकर रेलवे कॉलोनी निवासियों में शोक की लहर फैल गई । धीरज भैया नहीं रहे । ये वाक्य विश्वास करने लायक कहीं से नहीं था। कुछ दिन पहले जानकारी मिली थी, की वे दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं और चोटिल अवस्था में उनका इलाज हो रहा है, लेकिन 03 सितम्बर 2019 को मंगलवार का ये दिन न केवल उनके परिवारवालों, अपितु उनके सभी शुभचिंतकों के लिए अमंगलकारी साबित होगा, ये किसी को भी आशा नहीं था। धीरज भैया से मेरा परिचय १० वर्ष से ज्यादा का नहीं है, तब हमलोग रेलवे गंडक कॉलोनी में रहा करते थे, बाद में वे और हम गंडक कॉलोनी छोड़ अपने-अपने स्थायी निवास स्थान आ गए, लेकिन संयोग ऐसा बना की हमलोग का कार्यक्षेत्र एक ही रोड में अवस्थित था, इस नाते बराबर मुलाक़ात हो जाया करता था। जब भी हम कहते थे :- धीरज भैया प्रणाम। तब बड़े खुशमिजाज़ के साथ बात होती थी और हमारे बाबूजी के बारे में वे अवश्य पुछते थे। विशेष बहुत ज्यादा उनसे बात नहीं होती थी। उक्त कथन मीडिया दर्शन के रेल संवाददाता संजय कुमार ने अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहां । वहीं रेलवे कॉलोनी मुहल्ले निवासी धर्मेन्द्र पासवान ने चर्चा करते हुए कहा है की
आज लगभग 02 बजे जब ये मनहूस खबर मिली तो मैं कितना “शॉक्ड” हो गया, इसका वर्णन शब्दों में नहीं कर सकता। उस समय मैं अध्यापन कार्य से शहर से बाहर था और स्थिति ऐसी थी की तुरंत आ भी नहीं सकता था। खैर लगभग 06 बजे घर आने के बाद घर पे बाबू जी को बताया, वे भी हतप्रभ और निराश हो गए। देर शाम मैं भी उनके घर हांसा गया और उनके अंतिम यात्रा का गवाह बना। उनके परिवार पर जो व्रजपात हुआ है उसकी परिकल्पना कर मन सिहर उठता है, फिर भी ईश्वर से यही प्रार्थना है की समय के साथ उनके परिवारवाले इससे उबर सकें। फिलहाल जो तस्वीर आपलोग देख रहे हैं उसे मैंने जनवरी 2010 में रेलवे गंडक कॉलोनी में आयोजित सरस्वती पूजा में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान खींचा था। संजय भाई /राजेश भाई (मीडिया दर्शन )ईश्वर उन्हें जन्नत दे ,हमलोंगो ने एक अभिन्न समाजसेवी छोटा भाई खो दिया इनकी कमी हमेशा महसूस होती रहेगी l मेरा अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित हैं । चूँकि धीरज हमलोंगो के छोटे भाई थे l गंडक कॉलोनी में हमलोग एक साथ पाँच वर्ष की आयु से रहते थे ,यदि एक से दूसरे दिन दिखाई नहीं देते तो धीरज भाई जरूर फोन करते भैया कहाँ है ..? अब वे हमारे बीच नहीं रहे , उन्होंने समाज से लेकर संबंध तक को एक सूत्र में लेकर चलने का काम करने वाले व्यक्ति थे l मुझे लगभग दो बजे अपराह्न में जानकारी मिली लेकिन यकीन ही नहीं हुआ । मेरी बदकिस्मती रही की मैं रात को दस बजे उनके घऱ हाँसा पहुँचा तो मेरे पैर से जमीन खिसक गई l संजय भाई जितना उनके संबंध में लिखा जाय बहुत कम है l आज से दो वर्ष पहले भी वे दुर्घटनग्रस्त हुए थे लेकिन वे अपने माता पिता एवं बड़े भाई अश्वनी जी के कड़ी मेहनत व खर्च समाज के छोटे बड़े लोगो के दुआ से वापस हमलोगो के बिच आ गए लेकिन इस वार ईश्वर भी हमलोगो की विनती को ठुकरा दिए l वे अपने पीछे एक पुत्र एवं एक पुत्री जो दोनों केंद्रीय विद्यालय समस्तीपुर में पढ़ रहे है ..क्या बताए उनके वारे में तो लिखने के लिए अन्त ही नहीं है l चूँकि समाज के लिए अद्वितीय ,समर्पित भावना वाले लोग थे l हम गंडक कॉलोनी वासी उन्हें नमन करते है ,इस दुःख की घड़ी में हम गंडक कॉलोनीवासी उनके परिवार वालो के साथ है जिसमे मोहम्मद साबरी जी के सभी परिवार शामिल धर्मेद्र कुमार , होमियोपैथी डिस्पेंसरी रेलवे गण्डक कॉलोनी समस्तीपुर द्वारा उनके परिवार को सांत्वना देने के साथ ही मृतक की आत्मा की शांति की प्रार्थना किया गया। वहीं मिथिला हिन्दी न्यूज बेव पोर्टल समस्तीपुर के सम्पादक राजेश कुमार वर्मा ने भी अपनी ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित किया। 

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