राजेश कुमार वर्मा
दरभंगा/मधुबनी, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) ।आज एक तरफ जहां जनसंख्या महाविस्फोट कई समस्याओं का कारण बन रहा है तो दूसरी तरफ कई दंपति संतान प्राप्ति के आशा से दर दर भटक रहे है।
संतान प्राप्ति करना बहुत कठिन नही है समस्या यह है शास्त्रों में इस समस्याओं से छुटकारा पाने के कई अचूक उपाय बताए गए है। सबसे बहले तो यही कहूंगा कि बांझपन और नपुंसकता के कई कारण हो सकते है। अब सवाल यह उठता है कारण क्या हो सकता है? दोस्तों आज मै अपने अनुमान से यह कह सकता हूं कि महिलाओं के तुलना में पुरुष में अधिक कमी होती है परन्तु हमेशा भारतीय पुरुष प्रधान समाज में इस समस्या को लेकर महिलाओं पर ही आरोप लगा दिया जाता है और इनपर कई तरह के ताने मारे जाते है जो उचित नही है। पुरुष अपने कमी को छुपाने के लिए खुलकर सामने नही आ पाते। यही कारण है हो सकता है कि आज महिलाएं ढोंगियों के जाल में फस जाती है। आज विज्ञान ने काफी विकास किया परन्तु मै यह कह सकता हूं कि संतान प्राप्ति कराने में यह भी पूरी तरह सफल नही है।
शास्त्रों में बांझपन और नपुंसकता से छुटकारा के जो भी उपाय बताए गए है यह निश्चित सफल हो सकता है। अब समस्या यह है कि दंपति खुलकर अपनी समस्या को नहीं बता पाते। आज बहुत कुछ बदल गया है। परन्तु अभी भी इस विषय को लेकर अभी भी गलत धारणाएं अपनी मानसिकता में बैठा लिया गया है जो बांझपन और नपुंसकता एक जटिल कारण यह भी हो सकता है। अगर सही कारण का पता चल जाय तो मै यह कह सकता हूं कि बांझपन और नपुंसकता कोई बड़ी समस्या नही है। शास्त्रों के माध्यम से इस विषय पर बहुत पहले ही ऋषि मुनि द्वारा बताया जा चुका है।
पंकज झा शास्त्री
दरभंगा/मधुबनी, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) ।आज एक तरफ जहां जनसंख्या महाविस्फोट कई समस्याओं का कारण बन रहा है तो दूसरी तरफ कई दंपति संतान प्राप्ति के आशा से दर दर भटक रहे है।
संतान प्राप्ति करना बहुत कठिन नही है समस्या यह है शास्त्रों में इस समस्याओं से छुटकारा पाने के कई अचूक उपाय बताए गए है। सबसे बहले तो यही कहूंगा कि बांझपन और नपुंसकता के कई कारण हो सकते है। अब सवाल यह उठता है कारण क्या हो सकता है? दोस्तों आज मै अपने अनुमान से यह कह सकता हूं कि महिलाओं के तुलना में पुरुष में अधिक कमी होती है परन्तु हमेशा भारतीय पुरुष प्रधान समाज में इस समस्या को लेकर महिलाओं पर ही आरोप लगा दिया जाता है और इनपर कई तरह के ताने मारे जाते है जो उचित नही है। पुरुष अपने कमी को छुपाने के लिए खुलकर सामने नही आ पाते। यही कारण है हो सकता है कि आज महिलाएं ढोंगियों के जाल में फस जाती है। आज विज्ञान ने काफी विकास किया परन्तु मै यह कह सकता हूं कि संतान प्राप्ति कराने में यह भी पूरी तरह सफल नही है।
शास्त्रों में बांझपन और नपुंसकता से छुटकारा के जो भी उपाय बताए गए है यह निश्चित सफल हो सकता है। अब समस्या यह है कि दंपति खुलकर अपनी समस्या को नहीं बता पाते। आज बहुत कुछ बदल गया है। परन्तु अभी भी इस विषय को लेकर अभी भी गलत धारणाएं अपनी मानसिकता में बैठा लिया गया है जो बांझपन और नपुंसकता एक जटिल कारण यह भी हो सकता है। अगर सही कारण का पता चल जाय तो मै यह कह सकता हूं कि बांझपन और नपुंसकता कोई बड़ी समस्या नही है। शास्त्रों के माध्यम से इस विषय पर बहुत पहले ही ऋषि मुनि द्वारा बताया जा चुका है।
पंकज झा शास्त्री