महिलाओं के सस्ते श्रम का दोहन कर रही सरकार- ऐपवा राज्य सचिव शशि यादव
महिला सम्मान-अधिकार के लिए संघर्ष होगा तेज- ऐपवा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह
राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिले के ताजपुर प्रखंड में महिलाओं के सस्ते श्रम को शोषण कर रही है राज्य और केंद्र सरकार । दोनों सरकार स्वयं न्यूनतम मजदूरी कानून का उलंघन कर रही है। आज महिलाएं छीपी बेकारी का शिकार हो रही है। निजी कंपनी दो- चार दिन महिलाओं को काम देकर सब्सीडी उठाने के बाद अधिकार से मिलीभगत कर फरार हो जाती है।ग्रामीण क्षेत्रों में जारी विकास और कल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।एक भी काम बगैर घूस का नहीं होता है।महिलाओं के इज्जत - आबरू पर संकट आ पड़ा है। प्रतिदिन महिलाओं की हत्या हो रही है। उनपर सामंती जुल्म हो रहा है। इसके खिलाफ सामाजिक जारूकता की जरूरी है। ग्रामीण स्तर पर संगठन का निर्माण कर संघर्ष के जरिये ही भ्रष्टाचार को समाप्त कर विकास के बंद रास्ते को खोला जा सकता है।इसके लिए ऐपवा का सदस्यता अभियान भी शुरू किया गया है। ये बातें आज ताजपुर के राजखंड,बलुआही पोखर के पास ऐपवा के प्रखंड स्तरीय महिला सम्मान- विकास कार्यशाला को संबोधित करते हुए ऐपवा के राज्य सचिव शशि यादव ने कहा।
कार्यशाला की अध्यक्षता ऐपवा के जिला अध्यक्ष बंदना सिंह ने किया। संचालन पिंकी कुमारी ने की। कार्यशाला को रंग कुमारी, रिंकू कुमारी, माला देवी, सुनीता देवी, इंदू देवी, गीता देवी, रेखा देवी, गौरी देवी, रीना देवी, माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह, माले नेता उपेंद्र राम, शिवपाल पासवान समेत दर्जनों लोगों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यशाला में राशन - किराशन, शौचालय, आवास, आंगनबाड़ी,मोसमाती, वृद्धाश्रम, विकलांग विकलांग, कन्या विवाह समेत अन्य सभी योजनाओं में भ्रष्टाचार- मनमानी पर उपस्थित महिलाओं ने जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं सरकार को कटघरे में खड़ा किया। मौके पर 50 से अधिक महिलाओं ने महिलाओं ने ऐपवा की सदस्यता लीं।