राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिला मंडल कारा का औचक निरीक्षण जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने किया । निरीक्षण के समय जिलाधिकारी संग अनुमंडल पदाधिकारी ए० के० मण्डल , सिविल सर्जन सियाराम मिश्रा , उपाधीक्षक रेफरल अस्पताल के साथ ही जिला जनसंपर्क अधिकारी कुमार गौरव सहित पांच परीक्ष्यमान उप समाहर्ता मौजूद थे। निरीक्षण के दरमियान सर्वप्रथम जिलाधिकारी द्वारा कैदियों के चिकित्सा कक्ष अस्पताल का निरीक्षण किया जिसमें १७ कैदियों का इलाज चल रहा था। सभी कैदियों से पूछताछ की गई व सिविल सर्जन से सभी भर्ती कैदियों के बीमारी की गंभीरता के संदर्भ में बाते की । इलाजरत कैदियों का मेडिकल पूर्जा देखा गया तो पाया गया कि कई भर्ती कैदी किसी तरह के गंभीर बीमारी से ग्रसित नहीं होते हुऐ भी अस्पताल के डॉ० आलमगीर शम्स के मिलीभगत से कैदी चिकित्सा अस्पताल वार्ड में भर्ती हुऐ है । इसपर जिलाधिकारी द्वारा गहरा रोष प्रकट किया गया। इसके साथ ही डॉ० आलमगीर शम्स के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए वरीय अधिकारियों को पत्र भेजने का निर्देश अधीक्षक मंडल कारा को दिया । जिलाधिकारी द्वारा कैदी वार्ड के निरीक्षण के दरम्यान में खैनी का डब्बा मिला । इसपर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए सख्त निर्देश दिया की ऐसे सभी कैदी का रजिस्टर में आचरण दर्ज करते हुए सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में ऐसे कैदी किसी तरह की छूट का लाभ न ले सके । निरीक्षण के क्रम में सी०सी०टीवी कैमरा को बंद देखने पर जबाव मांगा गया तो बताया गया की कैमरा खराब है । उन्होंने कैमरे को जल्द से जल्द ठीक कराने का आदेश दिया साथ ही १६ अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश जिला मंडल कारा अधीक्षक को दिया । जिलाधिकारी द्वारा मंडल कारा अधीक्षक द्वारा संहारित कई पंजियों की मांग किया गया । कई पंजी संहारित नहीं रहने के कारण जिलाधिकारी द्वारा गहरा रोष प्रकट करते हुऐ सख्त चेतावनी देते हुए निर्देश दिया गया कि अगली निरीक्षण में इस तरह की पुनरावृत्ति न हो इसके साथ ही अधिकारियों एंव कर्मचारियों की बायोमैट्रिक उपस्थिति लगाने का आदेश निर्देश मंडल कारा अधीक्षक को दिया । उपरोक्त जानकारी जिला जनसंपर्क अधिकारी के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति ०१/०२.०९.१९ के माध्यम से मेल पर कुछ प्रेस कर्मियों को दिया गया।
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिला मंडल कारा का औचक निरीक्षण जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने किया । निरीक्षण के समय जिलाधिकारी संग अनुमंडल पदाधिकारी ए० के० मण्डल , सिविल सर्जन सियाराम मिश्रा , उपाधीक्षक रेफरल अस्पताल के साथ ही जिला जनसंपर्क अधिकारी कुमार गौरव सहित पांच परीक्ष्यमान उप समाहर्ता मौजूद थे। निरीक्षण के दरमियान सर्वप्रथम जिलाधिकारी द्वारा कैदियों के चिकित्सा कक्ष अस्पताल का निरीक्षण किया जिसमें १७ कैदियों का इलाज चल रहा था। सभी कैदियों से पूछताछ की गई व सिविल सर्जन से सभी भर्ती कैदियों के बीमारी की गंभीरता के संदर्भ में बाते की । इलाजरत कैदियों का मेडिकल पूर्जा देखा गया तो पाया गया कि कई भर्ती कैदी किसी तरह के गंभीर बीमारी से ग्रसित नहीं होते हुऐ भी अस्पताल के डॉ० आलमगीर शम्स के मिलीभगत से कैदी चिकित्सा अस्पताल वार्ड में भर्ती हुऐ है । इसपर जिलाधिकारी द्वारा गहरा रोष प्रकट किया गया। इसके साथ ही डॉ० आलमगीर शम्स के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए वरीय अधिकारियों को पत्र भेजने का निर्देश अधीक्षक मंडल कारा को दिया । जिलाधिकारी द्वारा कैदी वार्ड के निरीक्षण के दरम्यान में खैनी का डब्बा मिला । इसपर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए सख्त निर्देश दिया की ऐसे सभी कैदी का रजिस्टर में आचरण दर्ज करते हुए सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में ऐसे कैदी किसी तरह की छूट का लाभ न ले सके । निरीक्षण के क्रम में सी०सी०टीवी कैमरा को बंद देखने पर जबाव मांगा गया तो बताया गया की कैमरा खराब है । उन्होंने कैमरे को जल्द से जल्द ठीक कराने का आदेश दिया साथ ही १६ अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश जिला मंडल कारा अधीक्षक को दिया । जिलाधिकारी द्वारा मंडल कारा अधीक्षक द्वारा संहारित कई पंजियों की मांग किया गया । कई पंजी संहारित नहीं रहने के कारण जिलाधिकारी द्वारा गहरा रोष प्रकट करते हुऐ सख्त चेतावनी देते हुए निर्देश दिया गया कि अगली निरीक्षण में इस तरह की पुनरावृत्ति न हो इसके साथ ही अधिकारियों एंव कर्मचारियों की बायोमैट्रिक उपस्थिति लगाने का आदेश निर्देश मंडल कारा अधीक्षक को दिया । उपरोक्त जानकारी जिला जनसंपर्क अधिकारी के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति ०१/०२.०९.१९ के माध्यम से मेल पर कुछ प्रेस कर्मियों को दिया गया।