राजेश कुमार वर्मा संग अब्दुल कादिर
समस्तीपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । आज से लगभग तीन वर्ष पूर्व अमूल्य संचय प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड नामक लधु बचत कम्पनी का परिचय बी. के. सिंह नामक व्यक्ति ने कराया और यहां के कुछ लोगों को कार्य करने और लधु बचत की कई योजनाओं से परिचित कराया। जिसका जोनल आफिस मुजफ्फरपुर और जोनल मैनेजर श्री बी. के. सिंह को बनाया गया। कई मिटिंग सिटिंग होने के बाद यह कम्पनी चल पड़ी, हजारों बेरोजगार युवा इस कार्य में लग गये, और लोगों ने निवेश करना शुरू कर दिया। इसकी कई शाखा बिहार में खुली। जबकि समस्तीपुर जिले के ताजपुर शाखा से भी अच्छा कार्य हुआ, और करोड़ों रुपये निवेश कराये। किन्तु नवम्बर 2016 में नोट बंदी के बाद इस कम्पनी में ताला लग गया और कानूनी चारा जो ई का सामना हुआ। अमूल्य संजय कम्पनी के कई सदस्यों को जेल हो गया। किन्तु इस का सर्वेसर्वा पवन कुमार श्रीवास्तव (लखनऊ) जो अब तक कानून की नज़रों से बचता फिर रहा है। निवेशकों का करोड़ों रुपये फसा हुआ है और वह स्थानीय कार्यकर्ता को परेशान कर रहे है। उचित सत्रों से ज्ञात हुआ है कि पवन श्रीवास्तव भोपाल में एक नई कम्पनी खोल कर जनता के पैसों का गोलमाल करने में लगे हुए है। वरिष्ठ कार्यकर्ता ए0के0 चौधरी एवं पवन कुमार माथुर के द्वारा वारंट निकलने के पश्चात अब कुर्की जब्ती की कार्रवाई होने बाकी है। जबकि पवन श्री वास्तव के मोबाइल नंबर 7380539552 एवं emil - cmd. amulyasanchay@gmail.com है। यहां बिहार समेत तीन राज्यों की जनता अपने पैसों की वसूली के लिए किसी हदतक भी जाने को तैयार है।
समस्तीपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । आज से लगभग तीन वर्ष पूर्व अमूल्य संचय प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड नामक लधु बचत कम्पनी का परिचय बी. के. सिंह नामक व्यक्ति ने कराया और यहां के कुछ लोगों को कार्य करने और लधु बचत की कई योजनाओं से परिचित कराया। जिसका जोनल आफिस मुजफ्फरपुर और जोनल मैनेजर श्री बी. के. सिंह को बनाया गया। कई मिटिंग सिटिंग होने के बाद यह कम्पनी चल पड़ी, हजारों बेरोजगार युवा इस कार्य में लग गये, और लोगों ने निवेश करना शुरू कर दिया। इसकी कई शाखा बिहार में खुली। जबकि समस्तीपुर जिले के ताजपुर शाखा से भी अच्छा कार्य हुआ, और करोड़ों रुपये निवेश कराये। किन्तु नवम्बर 2016 में नोट बंदी के बाद इस कम्पनी में ताला लग गया और कानूनी चारा जो ई का सामना हुआ। अमूल्य संजय कम्पनी के कई सदस्यों को जेल हो गया। किन्तु इस का सर्वेसर्वा पवन कुमार श्रीवास्तव (लखनऊ) जो अब तक कानून की नज़रों से बचता फिर रहा है। निवेशकों का करोड़ों रुपये फसा हुआ है और वह स्थानीय कार्यकर्ता को परेशान कर रहे है। उचित सत्रों से ज्ञात हुआ है कि पवन श्रीवास्तव भोपाल में एक नई कम्पनी खोल कर जनता के पैसों का गोलमाल करने में लगे हुए है। वरिष्ठ कार्यकर्ता ए0के0 चौधरी एवं पवन कुमार माथुर के द्वारा वारंट निकलने के पश्चात अब कुर्की जब्ती की कार्रवाई होने बाकी है। जबकि पवन श्री वास्तव के मोबाइल नंबर 7380539552 एवं emil - cmd. amulyasanchay@gmail.com है। यहां बिहार समेत तीन राज्यों की जनता अपने पैसों की वसूली के लिए किसी हदतक भी जाने को तैयार है।