राजेश कुमार वर्मा संग अब्दुल कादिर
ताजपुर /समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । स्थानीय किसान भवन में जीविका द्वारा आयोजित क्रेडिट लिंकेज कैम्प को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, समस्तीपुर के चीफ मैनेजर ने कहा कि जीविका को दिया जाने वाला लोन सबसे सुरक्षित होता है। यहाँ एनपीए की समस्या नगण्य है। बैंको को जीविका समूह को ऋण देने में कोई असुविधा नही है। दीदियाँ जीविका के माध्यम से सशक्त हो रही हैं। महिलओं का सशक्तिकरण हो रहा है। वो अपने प्रोडक्ट को जीविका के माध्यम से बाजार में भी भेज पा रही हैं। वहीं प्रखण्ड विकास पदाधिकारी विनोद आनंद ने कहा कि जीविका दीदियाँ को कहा कि आज जब बैंक में ऋण एनपीए में जा रहा है बैंक चलना मुश्किल हो रहा है । ऐसे में जीविका दीदियों को ऋण का भुगतान समय पर करना चाहिए। तभी दूसरे गरीब भी बैंक के ऋण का फायदा उठा पाएंगे। उन्होंने उपस्थित बैंक मैनेजर से आग्रह किया कि जीविका समूहों पर खास ध्यान दें। उन्हें लोन में कोई दिक्कत न हो।
कैम्प का शुभारंभ चीफ़ मैनेजर और प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा पौधा लगा कर किया गया। सभी मेहमानों को पुष्प गुच्छ की जगह पेड़ भेंट किया गया।
जल जीवन हरियाली में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रथम पुरस्कार प्रमिता सिन्हा, द्वितीय पुरुस्कार भारती कुमारी एवं तृतीय पुरुस्कार नीलम देवी को दिया गया। वहीं वितीय समावेशन के लिए बैंक मित्रा निक्की गोयल को प्रथम, आभा कुमारी को द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार रागिनी कुमारी को दिया गया। क्रेडिट लिंकेज के लिए प्रथम पुरस्कार रूबी कुमारी, द्वितीय इंदु देवी एवं तृतीय पुरस्कार अजिता देवी को दिया गया।
इस कैम्प में कुल 126 समूहों का लोन पारित हुआ । जिसके लिए एक करोड़ 26 लाख रुपए वितरण किए गए। मौके पर उपस्थित यूको बैंक मैनेजर विवेकानंद कुशवाहा ने कहा कि दीदी इस पैसे का उपयोग प्रोडक्टिव कामों में करें। इससे आमदनी बढ़ेगी और जीवन स्तर सुधरेगा।
मंच संचालन सहेली संकुल संघ की अध्यक्ष सरोज देवी और बुक कीपर विभा कुमारी ने किया। मौके पर प्रखण्ड परियोजना प्रबंधक ओसामा हसन, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के एस के पराशर, राजीव रंजन, जिबछ पासवान , सेंट्रल बैंक कोठिया के गौतम दास, स्टेट बैंक के आकाश कुमार , सामुदायिक समन्वयक सीता कुमारी, कुमारी स्मिता वर्धन, सोनल कुमारी, क्षेत्रीय समंवयक संदीप कुमार , ऑफिस बॉय राजीव कुमार समेत समूह की दीदियाँ मौजूद थीं।