राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिले में एक साल के अंदर बच्चा चोरी की कोई घटना नहीं हुई है, लेकिन इन दिनों बच्चा चोर की अफवाह जोरों पर है। इससे मानसिक रूप से विक्षिप्त या भटके हुए लोग ग्रामीणों के हत्थे चढ़ जा रहे हैं। कुछ जगह पकड़े गये लोगों की ग्रामीणों ने पिटाई भी की जबकि कुछ जगह लोगों के बीच बचाव और पुलिस के पहुंच जाने से वे पिटाई से बच गये। बच्चा चोरी के हल्ला पर ही दो इंजीनियर को भी लोग पीट चुके हैं।
यह महज संयोग ही है कि किसी व्यक्ति की बच्चा चोरी में पिटाई से अब तक मौत नहीं हुई है।
विदित हो कि पिछले एक सप्ताह से अधिक दिनों से जिले के ग्रामीण इलाकों में बच्चा चोर का हल्ला अधिक मचा हुआ है। कथित बच्चा चोर की एक आवाज जैसे ही उठती है गांव के अन्य लोग बगैर तथ्य की जांच परख या स्थिति को समझे बगैर उस आवाज के साथ अपनी आवाज बुलंद करने लगते हैं। वहीं कुछ लोग लाठी डंडा लेकर कथित संदिग्ध की खोज में जुट भी जाते हैं। वे इस बात की भी परवाह नहीं करते हैं कि कानून हाथ में लेकर वे कितना सही और कितना गलत कर रहे हैं। उन्हें बस इसी बात की सनक सवार हो जाती है कि गांव में पहुंचा कथित संदिग्ध बच्चा चोरी करने के इरादे से आया है और उसे सबक सिखाना है। स्थिति यह है कि बच्चा चोर का जैसे ही गांव का एक व्यक्ति हल्ला करता है अन्य लोग उसका साथ देने लगते हैं। वे यह समझने का प्रयास ही नहीं करते हैं कि पकड़ा गया व्यक्ति वास्तव में बच्चा चोर है भी या नहीं। इसी का नतीजा है कि ताजपुर प्रखंड के बंगरा थाना क्षेत्र में रेललाइन का सर्वे करने आये दो युवा इंजीनियर की भी लोगों ने बच्चा चोर कह पिटाई कर दी। इसी तरह मोहनपुर प्रखंड के राजपुर - जौनापुर पंचायत में गांव की ही एक बहू को भटक जाने पर लोगों ने बच्चा चोर का हल्ला कर पकड़ लिया। इधर एक अपुष्ट सूचना के अनुसार ऐसा ही वाक्या दलसिंहसराय में हुआ लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाया और उसे अपने हिरासत में ले लिया लेकिन भीड़ ने इस कदर हावी हो गई थी की मारपीट से वृद्धावस्था में भी मारपीट करने से पीछे नहीं रहें इस वृद्ध की जान शामत में आ गई हैं दलसिंहसराय पुलिस समस्तीपुर सदर अस्पताल में में लाकर मरने को छोड़ लावारिस को चल दिया ऐही है सरकार की नागरिक सुरक्षा व्यवस्था का नमूना । समस्तीपुर से राजेश कुमार वर्मा