पत्रकार व पुलिस की पहल पर वृद्ध की बची
जान,भीड़तंत्र का शिकार होने से बचा वृद्ध
राजेश कुमार वर्मा/पद्माकर सिंह लाला
विधापतिनगर,समस्तीपुर-बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जिलें के विधापतिनगर थाना क्षेत्र के मऊ गांव में गत रात्रि एक वृद्ध माॅब लिंचिंग का शिकार होते-होते बचा। घटना के संबंध में बताया जाता है कि गत रात्रि करीब साढ़े दस बजे मऊ गांव स्थित वार्ड संख्या - 07 में पासवान टोल के समीप करीब 70 वर्षीय एक वृद्ध को शक के आधार पर कतिपय लोगों ने घेर लिया।धीरे-धीरे गांव में यह बात जंगल में आग की तरह फैल गई कि बच्चा चोर गिरोह का एक सदस्य पकड़ा गया है।यह सुनते ही सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों की भीड़ वहां इकट्ठा हो गई और आक्रोशित भीङतंत्र ने उक्त वृद्ध की निर्ममता पूर्वक पिटाई शुरू कर दी। भीड़ तंत्र द्वारा किए गए हमले के दरम्यान बच्चा चोर गिरोह का कथित आरोपी उक्त वृद्ध अपने आप को बच्चा चोर गिरोह का सदस्य नहीं होने की दुहाई देता रहा पर आक्रोशित लोग कुछ भी मानने व सुनने को तैयार नहीं थे।मौके की नाजकता भांप निकटवर्ती वार्ड नौ निवासी शिक्षक अमित बादल ने स्थानीय पत्रकार पदमाकर सिंह लाला को फोन कर मामले की जानकारी दी। सूचना मिलते ही पहुंचे पत्रकार पदमाकर सिंह लाला ने समझदारी दिखाते हुए उक्त वृद्ध के समक्ष जमीन पर खुद ही बैठ गए और आस पास के कुछ लोगों को सुरक्षा घेरा बनाकर खड़े हो जाने के लिए तैयार कर लिया।उन्होंने गुस्साई भीड़ को कानून अपने हाथ में नहीं लेने की चेतावनी दी तथा वीडियो बनाना शुरू कर दिया। पत्रकार पदमाकर सिंह लाला द्वारा थानाध्यक्ष राजा को घटना की गंभीरता से अवगत कराया गया।सूचना पर तत्क्षण पहुंचे थानाध्यक्ष राजा सहित अन्य पुलिस बलों ने आक्रोशित लोगों के बीच से अपनी अभिरक्षा में लिया।पुलिस की पूछताछ में उक्त वृद्ध ने अपना नाम मोहन भंडारी व पता न्यू जलपाईगुड़ी बतलाया। जो रास्ता भटक गया था।दरअसल ग्रामीण अन्जान वृद्ध को देख उसे बच्चा चोर समझ हाथ साफ करने लगे थे। उक्त बुजुर्ग इस हालत में नहीं थे कि वह ग्रामीणों को कुछ स्पष्टीकरण दे सकें। इससे ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा था। हालांकि पत्रकार पदमाकर सिंह लाला के द्वारा समझदारी से काम लिया गया नहीं तो एक बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता था। गौरतलब हो कि जिले में बच्चा चोरी की अफवाह में विभिन्न जगहों पर कई लोग पहले ही ग्रामीणों के गिरफ्त में पड़ हिंसक भीड़ के हत्थे चढ़ चुके हैं।