राजेश कुमार वर्मा/संजय कुमार
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज) पापी पेट का सवाल है जो करादे पापी पेट के लिए जी हां ऐ सच है । समस्तीपुर शहर के बीचोबीच स्थित मंदिर यकीन मानिए थानेश्वर स्थान मंदिर, समस्तीपुर के निकट फुल बेचता यह लड़का जिस धूप में फूल बेच रहा है वहां हम और आप 5 मिनट से ज्यादा खड़े नहीं हो सकते हैं। यह तस्वीर आज दिनांक 02.09.2019 के दोपहर 3:00 बजे की है जब सूर्य की सीधी रोशनी इसके चेहरे पर लग रही थी। अब इसे काम करने का जज्बा कहें या लोगों की सेवा या अपने परिवार चलाने का साधन कहें - हम तो इसके जज्बे को सलाम ही करेंगे।
यह नारा है मेहनतकश का और सबसे बड़ी सच्चाई है जिसे खाकर तन मन उजला हो मेहनत की वही कमाई है। पापी पेट जो ना कराये ।
समस्तीपुर ( मिथिला हिन्दी न्यूज) पापी पेट का सवाल है जो करादे पापी पेट के लिए जी हां ऐ सच है । समस्तीपुर शहर के बीचोबीच स्थित मंदिर यकीन मानिए थानेश्वर स्थान मंदिर, समस्तीपुर के निकट फुल बेचता यह लड़का जिस धूप में फूल बेच रहा है वहां हम और आप 5 मिनट से ज्यादा खड़े नहीं हो सकते हैं। यह तस्वीर आज दिनांक 02.09.2019 के दोपहर 3:00 बजे की है जब सूर्य की सीधी रोशनी इसके चेहरे पर लग रही थी। अब इसे काम करने का जज्बा कहें या लोगों की सेवा या अपने परिवार चलाने का साधन कहें - हम तो इसके जज्बे को सलाम ही करेंगे।
यह नारा है मेहनतकश का और सबसे बड़ी सच्चाई है जिसे खाकर तन मन उजला हो मेहनत की वही कमाई है। पापी पेट जो ना कराये ।