राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) । समस्तीपुर जगले के पटोरी प्रखंडान्तर्गत अरैया पूर्व टोला की बच्चे से बातचीत के दौरान बच्चा बताया सर कब तक जान जोखिम में डालकर बांस से बने चचरी पुल पारकर हम लोंगो को जाना होगा स्कूल । यह सवाल बुधवार की सुबह स्कूल जाते समय उजियारपुर लोकसभा , मोहिउद्दीननगर विधानसभा क्षेत्र के पटोरी प्रखंड के रुपौली पंचायत के अरैया पूर्वटोला से शिऊरा बसहिया को जोड़ने वाले आसपास के क्षेत्रों के बच्चों के था सवाल । बता दे की इस पुल से प्रतिदिन सैकड़ों बच्चे बांस से बने चचरी पुल को पारकर जान हथेली में रखकर स्कूल जाते हैं । अभिभावकों को भी हमेशा इसकी चिंता सताते रहती है की बच्चे के साथ पुल पार करते समय कोई बड़ा हादसा ना हो जाए। इस तस्वीर में साफ देख सकते हैं कि यह बांस की चचरी पूल किस हालत में हैं। पुल की इस स्थिति को देखते हुए लोग जान हथेली में रखकर साइकल भी पार कर लेते हैं । वहीं विद्यालय से छुट्टी के समय उसी पुल से होकर सैकड़ों बच्चे पुल होकर इस पार से उस पार जान खतरे पर रख चलने पर मजबूर हैं। स्थानीय लोग हमेशा बड़ा हादसा होने की संभावना से डरे सहमें रहते है। पुल को लेकर ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित विधायक सांसद और पदाधिकारियों से गुहार लगाई है लेकिन कोई कार्यवाही होता नहीं देख कर विगत विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का लिया था । इस निर्णय के बावजूद इस समस्या का समाधान फिलहाल होता नजर नहीं आ रहा है। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया की जनप्रतिनिधि पुल बनाने का निर्णय नहीं लेते हैं। तो आने वाली विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार का फिर से निर्णय लेना पड़ेगा ।