राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । समस्तीपुर जिले के जितवारपुर हाउसिंग बोर्ड मैदान में ६५वां रावण विध्वंस लीला का आयोजन दशहरा कमिटी समस्तीपुर के द्वारा किया गया । इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण कर दशहरा कमिटी के अध्यक्ष बलराज बवेजा के साथ ही अन्य सदस्यों ने किया । मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष राम सुमिरन सिंह , जदयू राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, राजद विधायक अख्तरूल ईस्लाम शाहीन, नगर परिषद अध्यक्ष तारकेश्वर नाथ गुप्ता, जदयू के वरिष्ठ नेता अनील कुमार सिंह, महिला नेत्री बिमला सिंह, बनारसी ठाकुर, प्रदीप कुमार शिवे, मनोज जायसवाल, रघुनाथ राय, झम्मन लाल तनेजा, संजय बबेजा, विजय कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी विक्रम आचार्य, पुलिस उपाधीक्षक प्रीतिश कुमार, सदर अनुमंडलाधिकारी ए०के०मण्डल सहित सैकड़ों पुलिस बल के साथ जिला प्रशासन मौके पर मौजूद थे । इसके साथ ही जिले के विभिन्न प्रिंट एंव इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार गण समारोह में शामिल हुए । रावण दहन कार्यक्रम समय से आधे घंटे विलंब से शुरू हुआ। रावण दहन से पहले सर्वप्रथम हनुमान जी ने सोने की लंका को जलाया तत्पश्चात मेघनाथ को जलाया गया। लेकिन लंका भी आधे अधूरे जला साथ ही मेघनाथ भी आधे ही जले । प्रभु श्री राम के द्वारा रावण को तीर मारते ही रावण भी आधे अधूरे ही जल पाया। दर्शकों की तायदाद लाखों की संख्या में मौजूद थे। इसबार तो अद्भुत भीड़ हो गया जिससे चहुंओर की सड़क मार्ग लगभग दो से तीन घंटे तक चरमरा गई। पैदल चलने तक की जगह नहीं मिल पा रहा था । प्रशासनिक व्यवस्था टांय टांय फिस्स नजर आया। जिस प्रकार जिले में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर व पुलिस अधीक्षक ने ट्राफिक आदेश जारी किया है उनके किसी आदेश का भी असर देखने को नहीं मिला वाहन पुराने ही ढ़ल्लें से चली । जिसके कारण लोगों को ट्राफिक समस्या का भी सामना करना पड़ा । उक्त कारण कईक बच्चें भी अपने परिवार से बिछुड़ कर भटकते रहे । हरेक बार रावण विध्वंस लीला की मेजवानी जिलाधिकारी किया करते थे लेकिन इसबार दशहरा कमिटी को मायुस होना पड़ा क्योंकि इंतजार करने के बावजूद रावण विध्वंस स्थल पर नहीं पहुंचे जिस वजह से कमिटी ने आधे घंटे विलंब से रावण दहन कार्यक्रम की शुरुआत किया ।६५ वां रावण विध्वंस लीला का आयोजन के साथ ही 10 दिनों तक मनाए जाने वाले दशहरा का पर्व विजयादशमी हुआ संपन्न
रावण विध्वंस लीला देखने के लिए उमड़ी लाखों की भीड़ ।