राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । शहीद अशफ़ाक़ उल्ला ख़ाँ के 119 वीं यौमे पैदाइश (जयंती) के मौके समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर गरीब और जरूरमंद लोगों को खाना खिलाया गया । इस मौके पर भीम सेना समस्तीपुर जिला अध्यक्ष दानिश रहमान साहब ने कहा कि अशफ़ाक़ उल्ला ख़ाँ भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के प्रमुख क्रान्तिकारियों में से एक थे। भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के इतिहास में बिस्मिल और अशफाक की भूमिका निर्विवाद रूप से हिन्दू-मुस्लिम एकता का बेजोड़ उदाहरण है। शहीद अशफाक ने 25 साल की उम्र में अपने क्रांतिकारी साथियों के साथ मिलकर ब्रिटिश सरकार की नाक के नीचे से सरकारी खजाना लूट लिया था। इस घटना के बाद से पूरी ब्रिटिश सरकार को मुंह की खानी पड़ी थी। इस घटना को 'काकोरी कांड' से जाना जाता है। जिसके लिए ब्रिटिश शासन ने उनके ऊपर अभियोग चलाया और 19 दिसम्बर सन 1927 को उन्हें फैजाबाद जेल में फांसी पर लटका दिया गया।
आज अमर शहीद अशफाक उल्ला खां की याद में एक नई शुरुआत की गई है इंशाअल्ला मीम सेना हर साल अपने हर शहीदों कि यौमे पैदाइश (जयंती) इसी तरह बनाएगी।
इस नेक मौके पर मीम सेना समस्तीपुर जिला अध्यक्ष दानिश रहमान, मुख़ आतिथी यादव सेना प्रदेश अध्यक्ष सतीश यादव, बरजेश यादव, मोहम्मद फैजान, शादाब परवेज़, असद, साहिल, गुलशाद, इकबाल, शम्स तबरेज, अफ़सर हैदरी, शाहनवाज़, अर्सी, अकीफ, सोनू सहित अन्य लोग शामिल थे ।