रोहित दत्ता
सीतामढ़ी जिले के पुपरी में प्रतिमा विसर्जन के दौरान बवाल के बाद हुआ था पथराव, पुलिस पर पथराव करने में 44 पर एफआईआर
प्रतिमा विसर्जन में नियमों का पालन नहीं करने, पत्थरबाजी कर कई सरकारी वाहनों को क्षति पहुंचाने व आधा दर्जन पुलिस बल को जख्मी कर देने की घटना को लेकर बीडीओ पुपरी ने थाने में 44 नामजद लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है. वहीं दो-तीन सौ अज्ञात को भी आरोपित किया गया है जिसमें 11 लोगों को मौके पर नशे में धुत होकर जुलूस में उपद्रव करते हुए गिरफ्तार किया गया.
बीडीओ रागिनी साहू ने आवेदन में बताया है कि विसर्जन की रात कर्पूरी चौक पर अनावश्यक रूप से तीन घंटे तक प्रतिमा को रोककर रखा गया. समझाने के बाद भी टस से मस नहीं हुए. पुलिस बल व पदाधिकारी विसर्जन जुलूस को आगे बढ़ाना चाहा तो भीड़ रोड़ा-पत्थर चलाने लगी. पुलिस बल को भी स्थिति नियंत्रण के लिये हल्का बल प्रयोग करना पड़ गया.
पत्थरबाजी में डीएपी परविंद्र कुमार सिंह, महिला सिपाही रितु कुमारी, मिनी कुमारी, सुमित्रा कुमारी, झुंनी कुमारी व वाहन चालक राम हुल्लास साह जख्मी हो गये. जब भीड़ आगे बढ़ी तो मलंग स्थान व बुधनद पर जमकर पत्थरबाजी की गई. जिसमें एनडीआरएफ का पिकअप वाहन के अलावे कई सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. बीडीओ ने एफआईआर में कहा है कि पूजा समिति नियम का अनुपालन नही किया गया जिस वजह घटना घटी.इस मामले में स्टेशन पूजा समिति के राजवंशी शिवहरे, राकेश कुमार गौरव, रंधीर चौधरी, रामबाबू पासवान, शत्रुघ्न, हरि , समीर ठाकुर, मनोज पासवान, मनोज शर्मा, जितेंद्र कुमार, सूरज, रवि कुमार, संतोष साह, मुकेश शिवहरे, बलीराम शर्मा, किशन कांस्यकर, विष्णु बाजोरिया, रौशन शिवहरे, संजय, सतीश शिवहरे, सूर्यपट्टी के उमेश राय, रविन्द्र पटेल, रामनगर बेदौल के अंकित चौधरी, अनरजीत राय, रंजीत राय, राजेश राय, दिलीप राय, मधुबनी के बुलन पासवान, जैतपुर के रंजीत मुखिया आदि नामजद हैं.
सीतामढ़ी जिले के पुपरी में प्रतिमा विसर्जन के दौरान बवाल के बाद हुआ था पथराव, पुलिस पर पथराव करने में 44 पर एफआईआर
प्रतिमा विसर्जन में नियमों का पालन नहीं करने, पत्थरबाजी कर कई सरकारी वाहनों को क्षति पहुंचाने व आधा दर्जन पुलिस बल को जख्मी कर देने की घटना को लेकर बीडीओ पुपरी ने थाने में 44 नामजद लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है. वहीं दो-तीन सौ अज्ञात को भी आरोपित किया गया है जिसमें 11 लोगों को मौके पर नशे में धुत होकर जुलूस में उपद्रव करते हुए गिरफ्तार किया गया.
बीडीओ रागिनी साहू ने आवेदन में बताया है कि विसर्जन की रात कर्पूरी चौक पर अनावश्यक रूप से तीन घंटे तक प्रतिमा को रोककर रखा गया. समझाने के बाद भी टस से मस नहीं हुए. पुलिस बल व पदाधिकारी विसर्जन जुलूस को आगे बढ़ाना चाहा तो भीड़ रोड़ा-पत्थर चलाने लगी. पुलिस बल को भी स्थिति नियंत्रण के लिये हल्का बल प्रयोग करना पड़ गया.
पत्थरबाजी में डीएपी परविंद्र कुमार सिंह, महिला सिपाही रितु कुमारी, मिनी कुमारी, सुमित्रा कुमारी, झुंनी कुमारी व वाहन चालक राम हुल्लास साह जख्मी हो गये. जब भीड़ आगे बढ़ी तो मलंग स्थान व बुधनद पर जमकर पत्थरबाजी की गई. जिसमें एनडीआरएफ का पिकअप वाहन के अलावे कई सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. बीडीओ ने एफआईआर में कहा है कि पूजा समिति नियम का अनुपालन नही किया गया जिस वजह घटना घटी.इस मामले में स्टेशन पूजा समिति के राजवंशी शिवहरे, राकेश कुमार गौरव, रंधीर चौधरी, रामबाबू पासवान, शत्रुघ्न, हरि , समीर ठाकुर, मनोज पासवान, मनोज शर्मा, जितेंद्र कुमार, सूरज, रवि कुमार, संतोष साह, मुकेश शिवहरे, बलीराम शर्मा, किशन कांस्यकर, विष्णु बाजोरिया, रौशन शिवहरे, संजय, सतीश शिवहरे, सूर्यपट्टी के उमेश राय, रविन्द्र पटेल, रामनगर बेदौल के अंकित चौधरी, अनरजीत राय, रंजीत राय, राजेश राय, दिलीप राय, मधुबनी के बुलन पासवान, जैतपुर के रंजीत मुखिया आदि नामजद हैं.