रेलवे के निजीकरण के खिलाफ आइसा - इनौस ने निकाला विरोध मार्च
सासाराम जेल में बंद 18 आंदोलनकारी छात्रों को रिहा करे नीतीश सरकार
रेलवे का निजीकरण बंद करो'तमाम रिक्त पदों को अविलंब भरो- राम कुमार
राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज 31 अक्टूबर 2019 ) । समस्तीपुर
शहर के मालगोदाम चौक स्थित भाकपा माले जिला कार्यालय लेनिन आश्रम से आइसा- इनौस के संयुक्त बैनर तले राज्यव्यापी आंदोलन के तहत रेलवे का निजीकरण बंद करने, सासाराम जेल में बंद सभी 18 आंदोलनकारी छात्रों को रिहा करने की मांग को लेकर प्रतिवाद मार्च निकाला गया जो शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए समस्तीपुर स्टेशन चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता संयुक्त रूप से इनौस के जिला अध्यक्ष राम कुमार एवं आइसा जिला अध्यक्ष लोकेश राज एवं संचालन इनौस जिला सचिव आसिफ होदा एवं आइसा जिला सचिव सुनील कुमार ने की। सभा को संबोधित जिला कमेटी सदस्य मोहम्मद नौशाद तौहिदी, मनोज कुमार, प्रवीण आनंद, रंजीत राय, आइसा जिला उपाध्यक्ष रौशन कुमार, नीरज कुमार ,सुधांशु कुमार, मनीषा कुमारी, प्रिति कुमारी, राजू झा, मो० जावेद, ललित कुमार सहनी, गंगा प्रसाद पासवान, मो० फरमान, कृष्ण कुमार,जितेंद्र सहनी, भाकपा माले के सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष राम कुमार ने कहा कि दिल्ली पटना की मोदी-नीतीश प्रशासन अंग्रेजों की तरह रात में सासाराम के लॉज पर सो रहे,पढ़ रहे छात्रों को लॉज से उठाकर थाने लाई और फिर जेल भेज दी। यह लोकतांत्रिक आंदोलन को कुचलने की साजिश है।मोदी सरकार देश के छात्र- युवाओं के आवाज को दबाकर शिक्षा से लेकर रोजगार तक,देश के तमाम संपत्तियों,देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हाथों बेच कर छात्र युवाओं को चाय-पकोड़ा बनाने को मजबूर कर रही है।इसे छात्र- युवा कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।छात्र-युवा पूरी एकजुटता के साथ इसके खिलाफ लड़ेगा और जीतेगा।सभा के बाद रेलमंत्री को संबोधित मांगों से संबंधित स्मार-पत्र को डीआरएम,समस्तीपुर को सौपा गया। मौके पर रेल प्रशासन को अगाह किया गया कि वे यदि गिरफ्तार छात्रों को बिना शर्त रिहा नहीं करते हैं,मुकदमा वापस नहीं लेते हैं तो आंदोलन तेज किया जाएगा।