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गांधी जयंती के अवसर पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंजीनियर्स एसोसिएशन के समस्तीपुर मंडल के समस्त अभियंताओं ने मंडल कार्यालय के समक्ष अपने अति लंबित मांगों को लेकर गांधी जी का चित्र रखकर दिनभर किया उपवास

 राजेश कुमार वर्मा   


   समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज ) समस्तीपुर पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर में आज 02 अक्टूबर 19 को गांधी जयंती के अवसर पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंजीनियर्स एसोसिएशन के समस्तीपुर मंडल के समस्त अभियंताओं ने मंडल कार्यालय के समक्ष अपने अति लंबित मांगों को लेकर गांधी जी का चित्र रखकर दिनभर का उपवास किया । यह उपवास रेलवे के जेई एवं एस एस ई का अहिंसात्मक क्षोभ प्रदर्शन था जो रेलवे की इंजीनियर विरोधी नीतियों के कारण दिन दिन बढ़ता जा रहा है। रेलवे के ये इंजीनियर समुदाय अपने अस्तित्व तथा रेलवे के भविष्य को लेकर चिंतित और भयभीत है । क्योंकि रेलवे अपने तकनीकी कर्मियों तथा रेल की तकनीकी जरुरतों की लगातार उपेक्षा करता जा रहा है । रेलवे बाह्य तकनीक एवं बाह्य श्रमशक्ति से अपना दैनिक कार्य तथा विकास का मंसूबा पाल रहा है जो हास्यास्पद एवं लोक कल्याण विरोधी भी है । इसलिए हम दूरगामी विश्लेषण के साथ विरोध करते हैं । लेकिन रेलवे अपने आत्मघाती आचरण पर आमादा बना हुआ है।
  यह सर्व विदित तथ्य है कि भारतीय रेल एक तकनीकी उपक्रम है जिसकी रीढ़ इसके अंतर्गत कार्यरत जेई एवं एस एस ई है। रेल के हर प्रकार के निर्माण, मरम्मत , संचालन तथा रखरखाव की सम्पूर्ण जवाबदेही इनके साथ जुड़ी हुई होती है। हर फेल्योर का अनुसंधान इनके माध्यम से सम्पन्न होता है और उसका परिणाम भी इसी वर्ग के किसी न किसी सदस्य को ही झेलना पड़ता है । आश्चर्य की बात है कि सारे कर्तव्य ये निभाते हैं किन्तु दुर्भाग्यवश इनके हिस्से में कोई अधिकार नहीं आता है। रेलवे को वर्षों से लगातार आगाह करने के बावजूद न तो अपने इन इंजीनियर्स की कोई फिक्र दिखता है और न रेलवे की। आज रेलवे अपने इंजीनियर्स को अशिक्षित एवं अकुशल वर्ग की श्रेणी में लाकर बुरी तरह अपमानित करने का काम किया है जो जो राष्ट्र की तकनीकी शिक्षा एवं तकनीकी विकास के लिए घोर निंदनीय एवं निराशाजनक है । आज गांधी जयंती के अवसर पर रेलवे के सभी इंजीनियर्स गहरे क्षुब्ध होकर अपनी मांगों को दुहराते हुए अपना सम्मान चाहते हैं और फिर अपने लिए ग्रुप "बी " श्रेणी की मांग करते हैं। पूरे भारतीय रेल में इनकी संख्या लगभग 80000 है जिनका प्रतिनिधित्व AIREF करता है। हम सभी अपने शीर्ष संगठन की लगातार मांग करते आ रहे हैं जिसकी मान्यता अविलंब मिलनी चाहिए जिसके माध्यम से हम रेल हित में कार्य कर सकें ।
 आज इस मौन आक्रोश के साथ एक दिवसीय उपवास में समस्तीपुर मंडल के हर विभाग से करीब सौ इंजीनियर्स सम्मिलित हुए तथा अपनी स्थिति एवं विचारों को रेल तथा मीडिया के माध्यम से बोर्ड तथा मंत्रालय तक पहुँचाने का प्रयास किया। आज के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता ई गंगा राम महतो ने की तथा संचालन का दायित्व ई ओंकार नाथ सिंह ने की । 

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