राजेश कुमार वर्मा
दरभंगा/समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय तथा इसके क्षेत्रांन्तर्गत सभी अंगीभूत संबद्ध महाविद्यालयों में कार्यरत सभी आउटसोर्स कर्मचारियों का आज दिनांक 20 अक्टूबर 19 को लगातार पांचवें दिन भी धरना जारी रहा । विदित हो कि यह धरना-प्रदर्शन माननीय अधिषद् एवं अभीषद् के द्वारा लिए गए निर्णय "आउट सोर्स संविदा पर परिवर्तन" करने के अनुपालन के लिए किया जा रहा है । यह मामला 149 कर्मियों तथा उसके परिवार के हित में होने के बावजूद भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। ज्ञात हो कि दिनांक 20 अक्टूबर 19 को अभिषद् की बैठक प्रस्तावित था परंतु किसी कारणवश माननीय कुलपति महोदय द्वारा निरस्त कर दिया गया । जिससे क्षुब्ध होकर माननीय अभिषद् सदस्यों के द्वारा तथा एल० एन० यूटा की ओर से कुलपति के इस तानाशाह रवैए के कारण कुलपति आवास के बाहर लीची गेट पर अभिषद् की कार्यवाही की गई । जिसमें वक्ताओं ने यह कहां कि जिस विश्वविद्यालय में नियमित रूप से अभिषद् की बैठक ना हो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है । वहीं धरना स्थल पर सभी अभिषद् सदस्यों को तमाम आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा अपना समर्थन दिया गया । इसके साथ ही सभी सदस्यों का धरना धरनार्थियों द्वारा लीची गेट पर धन्यवाद देने के उपरान्त धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम जारी रहा। वहीं शिक्षकों का कहना है कि आज के धरना प्रदर्शन पर भी विश्वविद्यालय का रवैया पूर्व की भांति अड़ियल बना रहा । इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में मुख्य रुप से मनीष कुमार, चिन्ता देवी, मुन्ना यादव, राजेश, अनुपम कुमार, रणधीर कुमार, नीलेश कुमार सहित दर्जनों आउटसोर्स शिक्षाकर्मी शामिल हुए ।