राजेश कुमार वर्मा
उजियारपुर/समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 24 अक्टूबर 2019 ) । इन दिनों बकरी - खस्सी चोर ने उजियारपुर थाना क्षेत्र के मालती और गांवपुर पंचायत में खूब अपना सिक्का जमा रखा है । पिछले एक वर्ष के अन्दर केवल मालती से अलग-अलग घटना में लगभग दो दर्जन कुर्बानी के लिए पाल रखे खस्सी की चोरी की गई है | वहीं गांवपुर पंचायत में भी लगभग दो दर्जन खस्सी की चोरी की अलग-अलग घटना हुई है । आज देर रात करीब 2:00 बजे मालती वार्ड नं०- 06 निवासी मंटुन कुमार पिता - श्री रामचन्द्र सिंह के बरामदा से खस्सी चुराकर चोर बोलेरो से भाग निकला । चोरों की संख्या करीब पाँच बताई जाती है । दूसरी ओर वहीं चोर गांवपुर पंचायत के बाबा चौक निवासी दिनेश कुमार सिंह के यहाँ करीब 2:30 बजे खस्सी खोल रहा था कि खस्सी की बोलने के आवाज सुनकर घर के लोगों ने चोर को हल्ला करते हुए खदेड़ा । बोलेरो के साथ अन्य चोर भागने में सफल रहा, लेकिन राकेश पासवान नाम के चोर को लोगों ने पकड़ लिया ,वह भुसारी का रहने वाला है | सुबह होते-होते आस-पड़ोस के लोगों की संख्या बढ़ती चली गई । मगर, जोगी चौक पर रात को गश्ति करने वाली उजियारपुर पुलिस घटना स्थल पर 9:00 दिन में आई । पुलिस घटना स्थल पर आना नहीं चाहती थी क्योंकि वहाँ पूर्व से मौजूद चौकीदार नथूनी पासवान चोर के परिवार के लोगों से गोपनीय समझौता कर लिया था । चौकीदार की भूमिका बिल्कुल संदिग्ध लग रहा था वह छुप के पब्लिक से दुर रहकर किसी से बार-बार बात करता था । बढ़ती भीड़ के दबाब में पुलिस तो आई लेकिन खस्सी चोरी के शिकार मंटुन कुमार का आवेदन यह कह कर लेने से इंकार कर दिया कि चोर तो बाबा चौक पर पकड़ा गया है इसलिए दिनेश कुमार सिंह ही चोरों के खिलाफ आवेदन देंगे । जबकि मंटुन कुमार ने अपने कानों से सूना की चौकीदार नथूनी पासवान -दिनेश कुमार सिंह को कह रहा था कि पहले जो तुम्हारा खस्सी चोरी हुआ है उसका रूपया दिला देते हैं केस मत करना । चोर राकेश पासवान के पास से एक सिरिंज - निडिल लगा हुआ बरामद हुआ है जिसके बारे में उसने बताया कि खस्सी खोलने से पहले उसके नाक पर दो बूँद डाल देने के बाद बेहोश हो जाता है । चोर ने यह भी बताया कि उसके साथ ललन कुमार और सचिन कुमार भी था सचिन कुमार बोलेरो चला रहा था ।
लेकिन, अब जानिए चोर के बचाव में कुछ अजब-गजब की बात माननीय कुछ जन-प्रतिनिधि चोर को पागल साबित करने में लगे रहे जबकि चोर ने पकड़े जाने के बाद स्वयं भी रूई में लगाया हुआ बेहोशी की दवा सूँघ लिया था । उपस्थित जनता सब कुछ देख - सुनकर आश्चर्य कर रही थी । स्थानीय लोगों ने कहा कि वह बेहोश करने की दवा लेकर आया था तो उपस्थित प्रतिनिधि ने बचाव करते हुए कहा कि वह तो दवा के दुकान के निकट से उठा लिया था । मतलब, चोर के पूरी गतिविधि की जानकारी चौकीदार और उसके बचाब पक्ष को थी । मामला को पचास हजार में निपटाने की चर्चा भी काने-काने दो घंटे बाद शुरू हो गई थी । है न अजब-गजब की कहानी । उपरोक्त कथन जनहित में जारी करते हुए स्थानीय फूलबाबू सिंह ने पत्रकारों को दिया है ।