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ज्योतिषीय आकलन 2020 क्या होगा जाने....


राजेश कुमार वर्मा

दरभंगा/मधुबनी, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । 2020 में होने वाली घटनाओं और भारत के भविष्य फल का संक्षिप्त ज्योतिषीय आकलन जो सम्भवतः हो सकती है । वैसे तो विक्रम संवत का 2077 का प्रारम्भ चैत्र मास के शुक्लपक्ष प्रतिपदा 25 मार्च बुधवार 2020 से प्रारम्भ होगा!
ज्योतिषीय शास्त्र अनुसार राजा का पद सभी ग्रहों के मित्र बुध को मिला है, तथा मंत्री का अधिकार चंद्रमा के पास होगा! जिसके फलस्वरुप पृथ्वी पर अधिक वर्षा संभावित है! अधिकतर जनता धन धान्य से परिपूर्ण रह सकती है! ऐसा हो सकता है कि लोग वार्षिक आरंभ में कई रोग से ग्रसित रहेंगे! मरु देश में महामारी का भय रहेगा! अतिवृष्टि से कुछ जगह बाढ़ की विभीषिका तथा कुछ जगह अनावृष्टि मे सूखा की आशंका है! केंद्र सत्ता पक्ष एवं राज्यों के मध्य अपने अधिकारों को लेकर मतभेद रहेगा! विश्व मे कई उत्पादन और रोजगार मे कमी आएगी! धार्मिक हिंसा तथा युद्ध जनित प्रस्थिति बनेगी! ऐसा भी सम्भव है कि किसी विषाणु जनित महामारी का प्रकोप होगा! सत्ता पक्ष मजबूत होगा, सेना के खर्च संबंधित विषय पर प्रश्न उठना स्वाभाविक होगा! मजदूरों और किसानों का आंदोलन बढ़ेगा! यह ध्यान देने योग्य बात है कि पूर्वोत्तर तथा दक्षिणी भागों मे दुर्भाक्षय होगा सीमाओं पर युद्ध की स्थिति बढ़ सकती है! सैन्य कार्रवाई भी सम्भव हो सकता है! पश्चिमी राज्यों और यूरोपिय प्रदेशों में तनाव होगा!
दक्षिणी क्षेत्र की तरफ आतंकी गतिविधियां तेज होगी! शेयर बाजारों मे गिरावट अधिक देखी जा सकती है! सेना के शक्तियों मे बढ़ोतरी देखना सम्भव है! रेलवे मे कई जगह क्षति होगी! पश्चिमी भाग मे सेना को सतर्क रहने की जरूरत है! पूर्वी में उपद्रव और अग्नि कांड की घटना बढ़ेगी! भूकंप तथा प्राकृतिक आपदा से हानि होगी! दक्षिणी राष्ट्रों मे जन उपद्रव सम्भव है! किसी वित्तीय घोटाले जो बहुत बड़ी है इसका खुलासा होगा! पूर्वी देशों मे प्रकृति आपदाओं से काफी क्षति देखने को मिलेगा! भय तथा सत्ता विग्रह की स्थिति बनेगी! लाल रंग जैसी वस्तुओं की तेजी फरवरी के मध्य मे दिखाई देगी! चैत्र मास जो शनिवार युति शुक्ल चतुर्थी चौरागिनी का संकेत कर रहा है! वृष राशि मे सूर्य का प्रवेश 14 मई 20 को है जो निश्चित ही अग्नि वर्षा का अशुभ संकेत से इंकार नहीं किया जा सकता! यह सम्भावित है कि मई के महीने मे भयंकर भूकंप आ सकता है ऐसे मे अधिक सतर्कता की जरूरत है! मलमास के महीने मे महामारी का प्रकोप बढ़ेगा! कार्तिक कृष्ण पंचमी आद्रा नक्षत्र का संयोग अधिक शुभ का संकेत दे रहा है! मार्च - जून - अगस्त के महीने में प्राकृतिक आपदा या भूकंप आने की संभावना अधिक प्रबल है, या आतंकित घटनाओं मे वृद्धि होगी! पंजाब तथा बंगाल में मकर का मंगल विग्रह का कारण बन सकता है! गुरु - मंगल का वक्री होना चिंता का विषय बनेगा! मंगल अमावस्या राजनैतिक विग्रह की ओर संकेत कर रहा है! दक्षिण, गुजरात तथा कच्छ मे भीषण प्राकृतिक आपदा! मई और जून अधिक ताप आँधी तूफान! शुक्र बुध के विचार से पूर्वी प्रांतों मे सूखा! माघ मास में कृषि की हानि!
जनवरी मास मे आतंकी गतिविधियां तेज हो सकती है, उत्तर मध्य भारत शीतलहर के चपेट से ग्रस्त होगा! पश्चिमी राष्ट्रों मे तनाव देखी जा सकती है!
फरवरी - पार्वती क्षेत्रों मे आँधी तूफान पूर्वी भागों मे उपद्रव अग्नि कांड! भूकंप या प्रकृति आपदा सम्भव!
मार्च - कुछ जगहों पर हल्की तेज वर्षा, पश्चिम क्षेत्रों मे विपक्ष द्वारा आंदोलन! पूर्वी प्रांतों मे साम्प्रदायिक तनाव की संभावना! उत्पादन मे वृद्धि होगी!
अप्रैल - यवन राष्ट्र में कुछ जगह आंतरिक क्रांति, राहु केतु के बीच सभी ग्रह जो काल सर्प का योग बता रहा है अत : चीन और पाकिस्तान से अधिक सतर्क रहने की जरूरत, उग्रवाद एवं अन्य विस्फोट से हानि हो सकती है!
मई - सेना को काफी सतर्क रहने की जरूरत! आतंकवाद अपना पूर्ण प्रयास से स्थिति को खारापन करने का प्रयत्न करेगा!
जून - आम लोग काफी खुश नजर आयेंगे! राजनीति दल को काफी परेशानी होगी! कुछ जगहों पर भयंकर प्रकृति आपदा!
जुलाई - राजनीति अशांति, सीमा प्रांतों मे हलचलों का सामना, सूर्य राहु के योग से वर्षा मे रुकावट!
अगस्त युवा नेता के उदय का संकेत, आसाम, त्रिपुरा की स्थिति ठीक नहीं, अधिकतर जगह सामान्य वर्षा!
सितंबर - आतंकी के वज़ह से दुर्घटना, कई देश प्रकृति के भयंकर रूप को देख सकता है!
अक्टूबर - मुस्लिम राष्ट्रों की स्थिति चिंतनीय, भारत को परोसी देश नकारने मे अच्छी तरह सफल हो सकता है!,
नवंबर - कुछ जगह भूकंप, प्राकृतिक प्रकोप! बिहार, बंगाल, उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश मे मंत्री मंडल मे फ़ेर बदल सम्भव!
दिसंबर - इस मास ईरान को पाक की कूटनीति अफगानिस्तान से उलझा सकता है, कुछ जगह तेज हवा से जन जीवन अस्त व्यस्त!
वैसे भारत के कुछ अपने ही लोग पड़ोसी देश को अंदर से मजबूत करेगा जो भारत के लिए चिंता का विषय होगा! पड़ोसी मुल्क इसका भरपूर लाभ उठाने मे कामयाब हो सकता है! सत्ता पक्ष को सतर्क रहने की जरूरत है! कहा जाता है कि घर का भेदी लंका दाहे! पड़ोसी को भेद बताने वाले अपने ही लोग हो सकते है!
Note - उपरोक्त जानकारी सिर्फ संक्षिप्त आंकलन है! आलेख्य पंकज झा शास्त्री । 

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