राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । भारतीय रेल भारत की शान है, आओ इसे निजीकरण से बचावें,संजय कुमार ने बुढ़ी गंडक नदी पर छठ पूजा के दर्मियान बैनर इत्यादि के साथ श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुऐ कहां की
जी हां, बात जब देश की अस्मिता पर आ जाये तो विरोध करना जरूरी हो ही जाता है। देश के सार्वजनिक उपक्रमों की जो हालत वर्तमान दौर में हो गई है, वह न केवल सोचनीय है, अपितु उसे कैसे बचाया जाय, इस पर सभी देशवासियों को एकजुट होकर गहन चिंतन करना जरूरी हो गया है। लेकिन वर्तमान दौर में मीडिया द्वारा हमे, हमारे असल मुद्दों से, जिस बाजीगरी के साथ डायवर्ट किया जा रहा है, वह न केवल हमारे लिए, अपितु हमारे बाद आने वाले पीढ़ी के लिए बहुत ही खतरनाक सिद्ध होगी। लेकिन हम भी जिद पर अड़े हैं। तुम बात करो सर्जिकल स्ट्राइक की – हम सवाल उठाएंगे बेरोजगारी पर। तुम बात करो पाकिस्तान की दयनीय हो रही हालात की – हम प्रश्न करेंगे हमारे राज्य में बंद हो चुकी कल-कारखानों पर। तुम बात करो धारा 370 पर- हम सवाल करेंगे रेलवे की निजीकरण पर। हम समस्तीपुर के कुछ युवा ऐसा माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं जिसमे लोग चाय-पान की दुकानों पर, अपने घर में ड्राइंग टेबल पर, ट्रेन-बस में सफर के दौरान ऐसी बातों पर चर्चा करें, जिसका सीधा सरोकार हमसे और आपसे है। जिन समस्याओं से हमे रोज दो-चार होना पड़ता है।
इसी कड़ी में आज हमलोगों ने लोक-आस्था का महापर्व छठ के पावन मौके पर समस्तीपुर के बूढ़ी गंडक नदी के रेलवे पुल घाट (काली मंदिर के ठीक सामने) पर एक बैनर लगाया है, जिसमे लिखा है :- भारतीय रेल भारत की शान है, आओ इसे निजीकरण से बचावें। कई लोग सामने आए और कहें की वाकई में रेल का निजीकरण होना हमारे लिए दुर्भाग्य की बात है, रेलवे न केवल देश की सबसे बड़ी परिवहन व्यवस्था है, अपितु यह देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला सेक्टर भी है। जिस तेजी के साथ इसे निजी हाथों में सौंपा जा रहा है, वह दिन दूर नहीं जब हमारे देश के नौजवानों को नौकरी के ठेकेदारों के आगे हाथ फैलाना पड़ेगा। हालांकि, बहुतों जगह वो स्थिति बन भी चुकी है।
हमलोगों के इस अभियान को लोगों द्वारा अपार समर्थन मिल रहा है। कई लोग छठ घाट पर ये बताएं की वाकई में हमलोग असल मुद्दों को छोड़ बेफिजूल के मुद्दों पर बहस करते रह जाते हैं, जबकि मीडिया, खासकर राष्ट्रीय इलेक्ट्रोनिक मीडिया द्वारा लगभग सभी ऐसे मुद्दों को दबा दिया जा रहा है, जिससे हमलोग रोज प्रभावित हो रहे हैं। हमलोग आप सभी आम नागरिकों से भी अनुरोध करते हैं की छोड़िए राहुल और मोदी को, सबसे पहले अपना देश बचाये और देश तभी बचेगा जब हमारे देश के सार्वजनिक उपक्रम “हमारे” रहेंगे।
इस मौके पर एससी/एसटी रेल कर्मचारी एसोसिएशन के मंडल रेलमंत्री लालबाबू राम, सुनील कुमार, धर्मजीत कुमार, सन्नी कुमार, प्रमोद राम, सुमित कुमार, विकास कुमार इत्यादि मौजूद थे ।
संजय कुमार,