राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । राजद के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद को आधुनिक शिक्षा का प्रणेता बताया। वह भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना आजाद जी की जयंती पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। विधायक ने उन्हें हिदू-मुस्लिम एकता की जीवंत मिसाल बताया।
उन्होंने कहा कि मौलाना आजाद जी महज शिक्षक ही नहीं वरन वकील, लेखक एवं पत्रकार होने के साथ ही शिक्षा क्षेत्र में परिवर्तन के प्रबल पक्षधर रहे। स्वतंत्र विचारों की उनकी भावना तथा आजाद और पंथनिरपेक्ष मूल्यों में उनके दृढ़ विश्वास के कारण उन्होंने अपने नाम के आगे आज़ाद शब्द जोड़ लिया।
विधायक श्री शाहीन ने कहा कि भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री के रूप में उनका विश्वास था कि शिक्षा सामाजिक परिवर्तन का साधन है। उन्होनें यूजीसी, आइआइएम, आइआइटी जैसे संस्थानों की स्थापना में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। दलितों, शोषितों तथा पीड़ितों के उत्थान के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए। श्री शाहिन ने कहा कि एक महान स्वप्नदर्शी, अमर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, विद्वान, पंथ-निरपेक्ष विचारक, कवि, लेखक , लोकप्रिय अधिवक्ता, सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् के रूप में भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना आजादजी सदैव याद किए जाते रहेंगे ।