राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । मिथिला नगरी के पावन धाम में लोक आस्था के चार दिवसीय महा पर्व छठ पूजा के तीसरे दिन छठ व्रतियों ने छठ घाट पर पूजा अर्चना करते हुए डुबते हुऐ सूर्य भगवान को निराहार रहकर जलार्पण कर व्रत किया । इसके बाद सुबह पौं फटते ही छठ व्रती जल में खड़े होकर उगते हुऐ सूर्य भगवान का दर्शन करने के बाद छठी मईया को जलार्पण करने के साथ ही परणा का प्रसाद ग्रहण करते हुऐ पारण करेंगे । इसके साथ ही लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व का समापन हो जाएगा। समस्तीपुर जिले के बुढ़ी गंडक नदी के मगरदही घाट, लचका पुल घाट, सीढ़ी घाट, रेलवे पुल घाट सहित बहादुरपुर में काली मंदिर छठ घाट, मथुरापुर छठ घाट, सहित धरमपुर हाई स्कूल स्थित तालाब के साथ ही दूधपुरा तालाब, मुसापुर , धुरलख, डढ़िया बेलार , कर्पूरी ग्राम इत्यादि गांवों में हजारों छठ व्रतियों द्वारा चापाकल, कुंआ, दरवाजे , इत्यादि पर तालाब बना कर लोक आस्था के महापर्व छठी मईया की अराधना किया गया । उक्त मौके पर परिवार के लाखों लोगों ने छठी मईया के व्रतियों से आशीर्वाद प्राप्त किया। समस्तीपुर जिला के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर के साथ ही पुलिस अधीक्षक विकास बर्मन सहित स्थानीय नगर विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहिन, राज्य सभा सांसद रामनाथ ठाकुर सहित जिले के आलाधिकारी इत्यादि ने छठ घाट का निरीक्षण किया । वहीं नगर परिषद द्वारा बैरिकेटिंग कर खतरनाक घोषित किए गए छठ घाट पर छठ व्रतियों को छठ पूजा करने से मना करते हुए बैनर पोस्टर इत्यादि लगाया गया उसे अनदेखा करते छठ व्रतियों ने खतरनाक घोषित घाट पर भी पूजा अर्चना की । जिला प्रशासन द्वारा कागजी आदेश जारी कर अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को लूंज पूंज और कागजात में ठोस बनाऐ रखने का काम जरूर किया गया है।