कार्यालय संवाददाता
समस्तीपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । समस्तीपुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल बिहार सरकार के द्वारा प्रस्तावित मेडिकल कालेज एंव अस्पताल को समस्तीपुर मुख्यालय में नहीं स्थापित कर सरायरंजन प्रखंड के नरधोधी गांव ले जाना, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दिमागी दिवालियापन का परिणाम है ।
युग क्रांति दल किसान मोर्चा ( प्रस्तावित राजनीति दल ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश कुमार वर्मा सहित समस्तीपुर जिले के युवा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल के निर्माण हेतु भारत सरकार के तमाम नियमों को धज्जियां उड़ाते हुए राजनीतिक लाभ के लिए भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री एवं उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद नित्यानंद राय और सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय चौधरी ने अपने निजी लाभ के लिए समस्तीपुर हाउसिंग बोर्ड से हटाकर नरधोघी ग्राम में आगामी 6 नवंबर को मेडिकल कॉलेज अस्पताल का शिलान्यास किए जाने का कार्यक्रम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा निर्धारित की गई है ,जो लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है ।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार , केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमाम नियम कानून और संविधान को ताक पर रखकर संस्थाओं को बर्बाद करने की साजिश रच रहे हैं. समस्तीपुर प्रस्तावित समस्तीपुर मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल का आधारशिला रखने पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांग के साथ ही एम आई सी के नियमों के पालन किए जाने की दिशा में सर्वोच्च न्यायालय से इंटरफेयर तत्काल करने की मांग की गई है । समस्तीपुर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर सरायरंजन प्रखंड के नरधोधी ग्राम में समस्तीपुर मेडिकल कॉलेज एंव अस्पताल के निर्माण के पीछे कौन सी साजिश की जा रही है, इसकी जांच कराने की मांग सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से की गई है. बिहार में सारे नियम कानून अपने निजी लाभ के लिए तोड़े जाने की भी आरोप लगाया गया है। संपूर्ण बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कारण अराजकता और आतंक का माहौल बंता जा रहा है। बिहार की ऐसी हालात है कि विपक्ष विधायकों एंव विपक्षी नेताओं की आवाज को दबाने और बंद करने के लिए संयंत्र और साजिश रचे जा रहे हैं और तंग तवा किए जाने की भी गंभीर आरोप जनमानस ने लगाएं हैं ।