अपराध के खबरें

महान गणितज्ञ बिहार के विभूति श्री वशिष्ठ नारायण सिंह के निधन पर राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के पंडित राकेश झा ने गहरी शोक जताया



राजेश कुमार वर्मा संग अमरदीप नारायण प्रसाद

समस्त्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । महान गणितज्ञ बिहार के विभूति श्री वशिष्ठ नारायण सिंह के निधन पर राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के पंडित राकेश झा ने गहरी शोक जताया। शोक संवेदना में कहा कि
महान गणितज्ञ, बिहार के विभूति वशिष्ठ नारायण सिंह जी के निधन की खबर से आहत हूं। अपनी विलक्षण प्रतिभा से पूरी दुनिया को चमत्कृत करने वाले वशिष्ठ बाबू पर देश को गर्व है जिन्होंने आइंस्टीन के सापेक्षता सिद्धांत को चुनौती दी थी। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।

वशिष्ठ नारायण प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ

वशिष्ठ नारायण सिंह (२ अप्रैल १९४२ -- १४ नवम्बर २०१९) एक भारतीय गणितज्ञ थे। उनका जन्म बिहार के भोजपुर जिला में बसंतपुर नाम के गाँव में हुआ। निधन से पूर्व वे मानसिक बिमारी से पीडित थे और बसन्तपुर में ही रहते थे। उन्होंने बर्कली के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से १९६९ में गणित में पी.एच.डी की डिग्री प्राप्त की। 14 नवम्बर 2019 को उन्हें तबीयत खराब होने के चलते पटना ले जाया गया जहाँ डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अपनी पढाई खत्म करने के बाद कुछ समय के लिए वे कुछ समय के लिए भारत आए, किन्तु जल्द ही वे अमेरिका वापस चले गए। इस बार उन्होंने वाशिंगटन में गणित के प्रोफेसर के पद पर काम किया। १९७१ में वे भारत वापस लौट आये। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर और भारतीय सांख्यकीय संस्थान, कलकत्ता में काम किया।
1973 में उनका विवाह वन्दना रानी के साथ हुआ। 1974 में उन्हे मानसिक दौरे आने लगे।
 राँची में उनकी चिकित्सा हुई।
लम्बे समय तक वे गायब रहे, फिर एकाएक वे मिल गये। उन्हें बिहार सरकार ने इलाज के लिएं बंगलुरू भेजा था।
 लेकिन बाद में सरकार ने चिकित्सा का खर्चा देना सरकार ने बन्द कर दिया।
 एक बार फिर से बिहार सरकार ने उनके इलाज के लिए पहल की और विधान परिषद की आश्वासन समिति ने 12 फ़रवरी 2009 को पटना में हुई अपनी बैठक में डॉ॰ सिंह को इलाज के लिए दिल्ली भेजने का निर्णय लिया। समिति के फैसले के आलोक में भोजपुर जिला प्रशासन ने उन्हें रविवार दिनांक 12 अप्रैल 09 को दिल्ली भेजा। उनके साथ दो डॉक्टर भी भेजे गये। दिल्ली के मानसिक चिकित्सालय में जांच के बाद डॉक्टरों की परामर्श पर उन्हें आगे के खर्च का बंदोबस्त किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि दिल्ली में परामर्श के बाद यदि जरूरत पड़ी तो उन्हें विदेश भी ले जाया जा सकता है। अभी वे अपने गाँव बसंतपुर में उपेक्षित जीवन व्यतीत कर रहे थे। पिछले दिनों आरा में उनकी आंखों में मोतियाबिन्द का सफल ऑपरेशन हुआ था। कई संस्थाओं ने डॉ वशिष्ठ को गोद लेने की पेशकश की है। लेकिन उनकी माता को ये मंजूर नहीं है। मृत्यु - दिनाक 14 नवम्बर 2019 बिहार के विभूति महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन हो गया। समस्त्तीपुर से राजेश कुमार वर्मा

إرسال تعليق

0 تعليقات
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live