राजेश कुमार वर्मा
उजियारपुर/समस्त्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । उजियारपुर प्रखंड के विरनामा तुला पंचायत में उत्त्क्रमित्त मध्य विद्यालय विरनामा तुलारही का जिला परिषद सामाजिक न्याय समिति के सदस्य महावीर पोद्दार, ग्रामीण सत्यनारायण राय, सुरेन्द्र राय एवं रामदयाल राय ने संयुक्त रूप से औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में पाया कि इस 18 कमरे वाले विद्यालय की विधि व्यवस्था रोगग्रस्त हो चुका है। उक्त विद्यालय में कुल चार शिक्षकों में एक प्रधानाध्यापक उपेन्द्र राय निलम्बित है, वही प्रभारी प्रधानाध्यापिका पायल कुमारी का कहना है कि मुझे सिर्फ शैक्षणिक प्रभार मिला है। विद्यालय के सभी वर्गों के उपस्थिति पंजी के अवलोकन करने से स्पष्ट हुआ कि आठवां वर्ग में नामांकन 16 उपस्थित 6 छात्र, सातवाँ में नामांकन 15 उपस्थित 0,छठा में नामांकन 21 उपस्थित 2, पाँचवी क्लास में नामांकन 41 उपस्थित 01,चौथा वर्ग में नामांकन 36 उपस्थित 01 ,तीसरा में नामांकन 31 उपस्थित 3, दूसरा में नामांकन 36 उपस्थित 2 ,प्रथम वर्ग में नामांकन 41 उपस्थित 0 । इस तरह विद्यालय में कुल 237 छात्र-छात्राओ का नामांकन है । किन्तु औसतन 16-17 बच्चों का ही विद्यालय में उपस्थिति दर्ज होती है। इस विद्यालय की शैक्षणिक स्तर में जहाँ भारी गिरावट है वहीं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सपना बन कर रह गया है। स्वच्छता अभियान की ढोल पीटने वाले शासन प्रशासन में यह विद्यालय शौचालय विहीन है और छात्र छात्राएँ खुले में शौच जाने को विवश है। विद्यालय में करीब तीन महीने से मध्याह्न भोजन योजना जहाँ बन्द है, वही करीब तीन महीने से मध्याह्न भोजन का करीब 5-6 क्विन्टल चावल विद्यालय के कमरा में पड़ा सड़ रहा है। दो वित्तीय वर्षों से इस विद्यालय के छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति एवं पोशाक की राशि नहीं मिला है। कौन है इन तमाम समस्याओं का जिम्मेदार और कब तक होगा इसका निदान, यह सवाल निरीक्षण टीम ने न सिर्फ शिक्षकों से पूछा है बल्कि शिक्षा विभाग से भी पूछा है। निरीक्षण टीम ने स्पष्ट रूप से कहा है कि विद्यालय की तमाम गतिविधियों एवं विधि व्यवस्था को जिला शिक्षा अधिकारी अगर 15 दिनों के अन्दर सुव्यवस्थित और सुदृढ़ नहीं करते हैं तो 02 दिसंबर को पोषक क्षेत्र के तमाम ग्रामीण विद्यालय में तालाबन्दी करेंगे और इसका जिम्मेदार जिला शिक्षा अधिकारी होगें ।