राजेश कुमार वर्मा
दरभंगा/मधुबनी, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । यह कहना उचित होगा कि आजकल धर्म के आड़ मे अधर्म के रास्ता को अपनाने वाले बाबाओं की लिस्ट लंबी होती दिख रही है! इनमे कई बाबा तो स्वयं को भगवान ही मानते है! कलयुग मे स्वयं को भगवान मानने वाले बाबाओं की लंबी लिस्ट यह बहुत चिंता का विषय है! अपनी कला से लोगों की मानसिकता को अपनी ओर खींचने वाले बाबाओं के पास अथाह संपति की कमी नहीं होती, लोगों की सम्पत्तियों मे जरूर कमी होती है! लोग इनकी बातों मे आकर धन को लुटाने मे लगे है! कई इसे भी बाबाओं के लिस्ट है जिन्होंने घिनौनी से घिनौनी हरकत करने में भी पीछे नहीं हटे और और कई महिलाओं को अपने हवस का शिकार बनाए! आज शिक्षा का विकास जरूर हुआ है, परंतु फिर भी अधिकतर लोग इस तरह के घिनौनी हरकत करने वाले और लोगों के मानसिकता से खिलवार करके धन एकत्रित करने वाले बाबाओं, ढोंगी तांत्रिकों और कुछ ढोंगी ज्योतिषियों के प्रति सचेत नहीं है! इस तरह के लोगों के मकरजाल मे पढ़े लिखे लोग भी फंस रहे है! लोग सही और गलत मे फर्क नहीं समझ पा रहे है! कुछ ऐसे भी बाबा मिल सकते है जिनका न तो कोई आश्रम होता है और न कोई पता इसे लोग घूम घूम कर लोगों को अपना शिकार बनाते है! हम कह सकते है कि कहा जाता है जब पाप का घड़ा भरता है तो यह फूटता जरूर है, पाप किसी को भी नही छोड़ा है, यह कलयुग में भी प्रमाण है!
धर्म को बदनाम करने वालों की संख्या मे बढ़ोत्तरी जरूर हुई है, जिस कारण लोगों का विश्वास धर्म के प्रति कमजोर हुआ है! कलयुगी प्रभाव के कारण धर्म के प्रति विश्वास करने मे कमी देखी जा रही है! हम यह कह सकते हैं कि शास्त्रों के अनुसार धर्म को बदनाम करने वाले लोगों को सतर्क किया गया है, नहीं तो इसका परिणाम बहुत ही भयंकर होना सम्भव है!आप सभी से आग्रह है कि अधर्मी, कुकर्मी, ढोंगी की पहचान कर उसे कानून के हवाले कर दें और आप सतर्क रहें सुरक्षित रहे!
धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो,प्राणियों मे सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो! पंकज झा शास्त्री