रोहित कुमार सोनू
कभी पवित्र जल से लोगों को प्रतिदिन शीतलता प्रदान करने वाला सीतामढ़ी के पुपरी जनकपुर रोड शहर के बीचोबीच स्थित पंचेश्वर नाथ तालाब एक दशक से गंदगी से अटा पड़ा है। विगत कुछ वर्षों पहले स्थानीय वार्ड पार्षद के पहल पर नगर विकास निगम तालाब सौंदर्यीकरण पर लाखों खर्च कर इन्हें भूल गया। नगर पंचायत की संपत्ति होने के बाद भी वह इन पर ध्यान नहीं देती है। परिणाम करोड़ों खर्च के बाद भी शहर के प्राचीन तालाब बदहाल है। घाटों पर गंदगी फैली रहती हैं। पानी गंदा होकर अनुपयोगी हो गया। बावजूद इसके तालाबों की देखरेख को लेकर कोई गंभीर नहीं हैं।तालाबों के सौन्दर्यीकरण पर नगर पंचायत ने लाखों की राशि खर्च की थी।लेकिन अनदेखी के कारण वर्तमान में तालाब बदहाली में है। स्थानीय वार्ड पार्षद के अनुसार तालाब सौन्दर्यीकरण इसलिए किया गया था तालाब का वजूद तब मिटने के कगार पर था। , लेकिन सौन्दर्यीकरण के बाद तालाबों के घाटों की साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की। परिणाम लोगों द्वारा घाटों पर पूजन सामग्री के साथ अन्य गंदगी फेंकी जाने लगी, जिससे तालाब पूरी तरह से बदहाल हो गए। वर्तमान में हाल यह है कि पर्व विशेष पर भी लोग यहां जाने से कतराते हैं।
तालाब से जुड़ी धार्मिक आस्थाएं
पंचेश्वर नाथ तालाब के सामने शहर का प्रसिद्ध मंदिर है। इन मंदिर की वजह से रोजाना सैकड़ों लोग पूजन पाठ के लिए यहां पहुंचते हैं। वहीं शिवरात्रि व शारदेय नवरात्र में देवी प्रतिमाओं का एक बड़े समारोह के दौरान होता है। इन सबके बाद भी तालाब को बचाने के लिए प्रयास नहीं हो रहे हैं।