रोहित कुमार सोनू
अफगानिस्तान से प्याज की खेप देश के विभिन्न जगहों पहुंचते ही प्याज के दाम में भारी कमी दर्ज की गई है। सब्जी मंडी में अफगानी प्याज मात्र 80 रूपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। लेकिन सब्जी मंडी में नई नसल की प्याज आई है और देशी प्याज से उलट है देखने में कुछ अलग है। जनकारी के मुताबिक प्याज पहली बार अफगानिस्तान से आई है, जिसको अफगानी प्याज के नाम से जाना जा रहा है। अफगानी प्याजों में एक प्याज का वजन करीब 150 से 200 ग्राम है, जोकि अन्य प्याजों के मुकाबले काफी ज्यादा है। साथ ही ये प्याज देखने में भी कुछ अलग ही है, जिसको देखकर ग्राहक भी अफगानी प्याजों को खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं।देश के कई इलाक़ों में यही हाल है. अब प्याज़ की किल्लत दूर करने के लिए सरकार ने तय किया है कि वह कारोबारियों को चार देशों से प्याज़ का आयात करने में मदद देगी। इसके चलते आपको प्याज की कीमतों में कमी के लिए अभी कम से कम पंद्रह दिनों का इंतजार करना होगा।
अफगानिस्तान से प्याज की खेप देश के विभिन्न जगहों पहुंचते ही प्याज के दाम में भारी कमी दर्ज की गई है। सब्जी मंडी में अफगानी प्याज मात्र 80 रूपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। लेकिन सब्जी मंडी में नई नसल की प्याज आई है और देशी प्याज से उलट है देखने में कुछ अलग है। जनकारी के मुताबिक प्याज पहली बार अफगानिस्तान से आई है, जिसको अफगानी प्याज के नाम से जाना जा रहा है। अफगानी प्याजों में एक प्याज का वजन करीब 150 से 200 ग्राम है, जोकि अन्य प्याजों के मुकाबले काफी ज्यादा है। साथ ही ये प्याज देखने में भी कुछ अलग ही है, जिसको देखकर ग्राहक भी अफगानी प्याजों को खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं।देश के कई इलाक़ों में यही हाल है. अब प्याज़ की किल्लत दूर करने के लिए सरकार ने तय किया है कि वह कारोबारियों को चार देशों से प्याज़ का आयात करने में मदद देगी। इसके चलते आपको प्याज की कीमतों में कमी के लिए अभी कम से कम पंद्रह दिनों का इंतजार करना होगा।