संवाद
पुपरी अनुमंडल की कुल 12.38 लाख की आबादी के खिलाड़ियों के पास खेलने और खेल प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए एक भी स्टेडियम नहीं है। ऐसे तो हर चुनाव में खिलाड़ियों एवं खेल प्रेमियों को रिझाने के लिए प्रत्याशी से लेकर मुख्यमंत्री तक स्टेडियम बनाने का वादा करते हैं लेकिन पुपरी स्टेडियम बनाने की दिशा में अबतक ठोस पहल नहीं किया गया है। विधानसभा चुनाव 2020 से पहले पुपरी स्टेडियम एक बार फिर चुनावी मुद्दा बनता दिख रहा है। खिलाड़ियों एवं खेल प्रेमियों ने ठान लिया है कि प्रत्याशी अगर स्टेडियम का वादा करेंगे, तो उन्हें मुंह तोड़ जवाब भी दिया जाएगा। आखिर घोषणा के बाद भी स्टेडियम का निर्माण आज तक क्यों नहीं हुआ, यह सवाल खेल प्रेमियों के मन में है।युवा एवं कला संस्कृति विभाग ने प्रत्येक प्रखंड में एक मिनी स्टेडियम निर्माण कराने की घोषणा सालों पूर्व की थी।
जनकारी के अनुसार कला संस्कृति एवं युवा विकास विभाग ने जिला खेल पदाधिकारी से पुपरी स्टेडियम निर्माण के बाबत रिपोर्ट मांगी थी। अद्यतन रिपोर्ट जिला खेल पदाधिकारी द्वारा संबंधित विभाग को भेज दी गई। जानकारों का कहना है कि पुपरी स्टेडियम निर्माण में सबसे बड़ी जो बाधा है पुराने दर का इस्टीमेट होना। पुराने दर का इस्टीमेट होने के कारण निविदा निकलने के बाद भी किसी संवेदक ने अपनी निविदा नहीं डाली। डीएम ने पुराने इस्टीमेट के रिवीजन को लेकर विभाग से मार्ग निर्देशन के लिए पत्राचार किया था। लेकिन अब तक इस दिशा में विभाग की ओर से कोई मार्गदर्शन प्राप्त नहीं हो पाया है।
पुपरी स्टेडियम बनाने का वादा करने वाले रहनुमाओं में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व सांसद नवल किशोर राय , पूर्व मंत्री स्वर्गीय शाहिद अली खान , वर्तमान विधायक शैयद अबू दोजाना, पूर्व सांसद सीताराम याद, राम कुमार शर्मा , सहित अन्य शामिल हैं। चुनाव के समय राजबाग में स्टेडियम बनाने का वादा तो किया, लेकिन निभाया आज तक नहीं।
पुपरी अनुमंडल की कुल 12.38 लाख की आबादी के खिलाड़ियों के पास खेलने और खेल प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए एक भी स्टेडियम नहीं है। ऐसे तो हर चुनाव में खिलाड़ियों एवं खेल प्रेमियों को रिझाने के लिए प्रत्याशी से लेकर मुख्यमंत्री तक स्टेडियम बनाने का वादा करते हैं लेकिन पुपरी स्टेडियम बनाने की दिशा में अबतक ठोस पहल नहीं किया गया है। विधानसभा चुनाव 2020 से पहले पुपरी स्टेडियम एक बार फिर चुनावी मुद्दा बनता दिख रहा है। खिलाड़ियों एवं खेल प्रेमियों ने ठान लिया है कि प्रत्याशी अगर स्टेडियम का वादा करेंगे, तो उन्हें मुंह तोड़ जवाब भी दिया जाएगा। आखिर घोषणा के बाद भी स्टेडियम का निर्माण आज तक क्यों नहीं हुआ, यह सवाल खेल प्रेमियों के मन में है।युवा एवं कला संस्कृति विभाग ने प्रत्येक प्रखंड में एक मिनी स्टेडियम निर्माण कराने की घोषणा सालों पूर्व की थी।
जनकारी के अनुसार कला संस्कृति एवं युवा विकास विभाग ने जिला खेल पदाधिकारी से पुपरी स्टेडियम निर्माण के बाबत रिपोर्ट मांगी थी। अद्यतन रिपोर्ट जिला खेल पदाधिकारी द्वारा संबंधित विभाग को भेज दी गई। जानकारों का कहना है कि पुपरी स्टेडियम निर्माण में सबसे बड़ी जो बाधा है पुराने दर का इस्टीमेट होना। पुराने दर का इस्टीमेट होने के कारण निविदा निकलने के बाद भी किसी संवेदक ने अपनी निविदा नहीं डाली। डीएम ने पुराने इस्टीमेट के रिवीजन को लेकर विभाग से मार्ग निर्देशन के लिए पत्राचार किया था। लेकिन अब तक इस दिशा में विभाग की ओर से कोई मार्गदर्शन प्राप्त नहीं हो पाया है।
पुपरी स्टेडियम बनाने का वादा करने वाले रहनुमाओं में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व सांसद नवल किशोर राय , पूर्व मंत्री स्वर्गीय शाहिद अली खान , वर्तमान विधायक शैयद अबू दोजाना, पूर्व सांसद सीताराम याद, राम कुमार शर्मा , सहित अन्य शामिल हैं। चुनाव के समय राजबाग में स्टेडियम बनाने का वादा तो किया, लेकिन निभाया आज तक नहीं।