पप्पू कुमार पूर्वे पत्रकार
हत्या के प्रतिशोध में हत्या। सड़क पर भीड़ के ‘तालिबानी न्याय’ का यी नजारा दिखा बिहार के मधुबनी जिला अंतर्गत बासोपट्टी प्रखंड की मधिया पंचायत में। वहां पूर्व मुखिया पवन कुमार यादव की अपराधियों ने रविवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी। मधिया चौक पर दो बाइक सवार अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया। गोली मारने के बाद भाग रहे बदमाशों में से एक को ग्रामीणों ने खदेड़ कर पकड़ा और पीट-पीटकर मार डाला। जबकि, दूसरा अपराधी वहां से भागने में सफल रहा |
रविवार की सुबह पूर्व मुखिया पवन कुमार यादव मधिया चौक पर लोगों से बात कर रहे थे। उसी दौरान बाइक पर पहुंचे दो अपराधियों में से एक ने उन पर गोली चला दी। गोली उनके सिर में लगी। इससे वे वहीं गिर पड़े। स्थानीय लोग उन्हें गाड़ी से लेकर अस्पताल की ओर निकले। मगर, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई |इस बीच चौक से ही लोगों ने अपराधियों का पीछा करना शुरू किया। घटनास्थल से कुछ दूर एक अपराधी को लोगों ने पकड़ लिया। भीड़ ने वहीं पीट-पीटकर उसकी जान ले ली।
मारे गए अपराधी की पहचान नहीं हो सकी है। मालूम हो कि तीन माह पहले भी पूर्व मुखिया को गोली मारी गई थी। मगर, तब वे बच गए थे। उन्होंने अपराधियों को पहचान लिया था। मामले में मुकदमा भी चल रहा था। इस घटना के बाद से वहां तनाव है ||
हत्या के प्रतिशोध में हत्या। सड़क पर भीड़ के ‘तालिबानी न्याय’ का यी नजारा दिखा बिहार के मधुबनी जिला अंतर्गत बासोपट्टी प्रखंड की मधिया पंचायत में। वहां पूर्व मुखिया पवन कुमार यादव की अपराधियों ने रविवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी। मधिया चौक पर दो बाइक सवार अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया। गोली मारने के बाद भाग रहे बदमाशों में से एक को ग्रामीणों ने खदेड़ कर पकड़ा और पीट-पीटकर मार डाला। जबकि, दूसरा अपराधी वहां से भागने में सफल रहा |
रविवार की सुबह पूर्व मुखिया पवन कुमार यादव मधिया चौक पर लोगों से बात कर रहे थे। उसी दौरान बाइक पर पहुंचे दो अपराधियों में से एक ने उन पर गोली चला दी। गोली उनके सिर में लगी। इससे वे वहीं गिर पड़े। स्थानीय लोग उन्हें गाड़ी से लेकर अस्पताल की ओर निकले। मगर, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई |इस बीच चौक से ही लोगों ने अपराधियों का पीछा करना शुरू किया। घटनास्थल से कुछ दूर एक अपराधी को लोगों ने पकड़ लिया। भीड़ ने वहीं पीट-पीटकर उसकी जान ले ली।
मारे गए अपराधी की पहचान नहीं हो सकी है। मालूम हो कि तीन माह पहले भी पूर्व मुखिया को गोली मारी गई थी। मगर, तब वे बच गए थे। उन्होंने अपराधियों को पहचान लिया था। मामले में मुकदमा भी चल रहा था। इस घटना के बाद से वहां तनाव है ||