रोहित कुमार सोनू
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे देश के अगले भारतीय सेनाध्यक्ष होंगे. वर्तमान में सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवणे को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ नियुक्त किया गया है. मनोज मुकुंद नरवणे भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की जगह लेंगे. बिपिन रावत कल यानी 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवणे को अनुभवों के आधार पर सरकार ने अगला आर्मी चीफ चुना है.जनरल नरवणे वर्तमान में सेना प्रमुख बिपिन रावत के बाद सेना में सबसे सीनियर अधिकारी हैं. नरवणे भारतीय सेना में अप्रैल 2022 तक अपनी सेवाएं देंगे.
लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फेंट्री ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं. वह श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स का भी हिस्सा थे और तीन साल तक म्यांमार में भी रहे. लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) और भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) से पास आउट हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे का कमीशन जून 1980 में सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट की 7 वीं बटालियन में हुआ था. सेना ने अपने बयान में कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में काम करने का अनुभव है. उन्हें सेना मेडल भी मिल चुका है. नगालैंड में महानिरीक्षक असम राइफल्स (उत्तर) के रूप में सेवाओं के लिए उन्हें 'विशिष्ट सेवा पदक' और 'अति विशिष्ट सेवा पदक' भी मिल चुका है.
लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवणे को अनुभवों के आधार पर सरकार ने अगला आर्मी चीफ चुना है.जनरल नरवणे वर्तमान में सेना प्रमुख बिपिन रावत के बाद सेना में सबसे सीनियर अधिकारी हैं. नरवणे भारतीय सेना में अप्रैल 2022 तक अपनी सेवाएं देंगे.
लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फेंट्री ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं. वह श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स का भी हिस्सा थे और तीन साल तक म्यांमार में भी रहे. लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) और भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) से पास आउट हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे का कमीशन जून 1980 में सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट की 7 वीं बटालियन में हुआ था. सेना ने अपने बयान में कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में काम करने का अनुभव है. उन्हें सेना मेडल भी मिल चुका है. नगालैंड में महानिरीक्षक असम राइफल्स (उत्तर) के रूप में सेवाओं के लिए उन्हें 'विशिष्ट सेवा पदक' और 'अति विशिष्ट सेवा पदक' भी मिल चुका है.