रोहित कुमार सोनू
भारतीय रेल ने देश के विभिन्न रूटों पर तेजस ट्रेन की परिचालन की योजना बनायी है. 150 प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन के लिए 100 रेलमार्गों का चयन किया है और इन मार्गों के लिए बोलियां अगले महीने आमंत्रित किए जाने की उम्मीद है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हमारे सहयोगी इकॉनमिक टाइम्स को यह जानकारी दी है। बीते 19 दिसंबर को वित्त मंत्रालय के अधीन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप अप्रेजल कमिटी (PPPAC) द्वारा प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी देने के साथ ही निजी ऑपरेटर्स द्वारा ट्रेनों के संचालन का रास्ता साफ हो गया। इस पहल के साथ ही यात्री रेलगाड़ियों के परिचालन में रेलवे की मोनोपॉली भी खत्म होने जा रही है।नाम जाहिर न करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि बोली लगाने के लिए कई लंबी दूरी के मार्गों का चयन किया गया है, जिसमें मुंबई-कोलकाता, मुंबई-चेन्नै, मुंबई-गुवाहाटी, नई दिल्ली-मुंबई, तिरूवनंतपुरम-गुवाहाटी, नई दिल्ली-कोलकाता, नई दिल्ली-बेंगलुरु, नई दिल्ली-चेन्नै, कोलकाता-चेन्नै तथा चेन्नै-जोधपुर शामिल हैं।अन्य प्रमुख मार्गों में मुंबई-वाराणसी, मुंबई-पुणे, मुंबई-लखनऊ, मुंबई-नागपुर, नागपुर-पुणे, सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम, पटना-बेंगलुरु, पुणे-पटना, चेन्नै-कोयंबटूर, चेन्नै-सिकंदराबाद, सूरत-वाराणसी तथा भुवनेश्वर-कोलकाता शामिल हैं। कुछ अन्य मार्गों में नई दिल्ली से पटना, इलाहाबाद, अमृतसर, चंडीगढ़, कटरा, गोरखपुर, छपरा तथा भागलपुर का भी चयन किया गया है।मामले में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने कहा कि रेलवे निजी ट्रेनों के लिए मार्गों की पहचान कर रहा है। आगे उन्होंने कहा कि पीपीपीएसी ने 150 ट्रेनों के संचालन के लिए निजी कंपनियों से बोलियां आमंत्रित करने के रेलवे के प्रस्ताव को पहले ही मंजूरी दे चुका है और 10-15 दिनों के भीतर बोलियां आमंत्रित की जा सकती हैं।
भारतीय रेल ने देश के विभिन्न रूटों पर तेजस ट्रेन की परिचालन की योजना बनायी है. 150 प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन के लिए 100 रेलमार्गों का चयन किया है और इन मार्गों के लिए बोलियां अगले महीने आमंत्रित किए जाने की उम्मीद है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हमारे सहयोगी इकॉनमिक टाइम्स को यह जानकारी दी है। बीते 19 दिसंबर को वित्त मंत्रालय के अधीन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप अप्रेजल कमिटी (PPPAC) द्वारा प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी देने के साथ ही निजी ऑपरेटर्स द्वारा ट्रेनों के संचालन का रास्ता साफ हो गया। इस पहल के साथ ही यात्री रेलगाड़ियों के परिचालन में रेलवे की मोनोपॉली भी खत्म होने जा रही है।नाम जाहिर न करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि बोली लगाने के लिए कई लंबी दूरी के मार्गों का चयन किया गया है, जिसमें मुंबई-कोलकाता, मुंबई-चेन्नै, मुंबई-गुवाहाटी, नई दिल्ली-मुंबई, तिरूवनंतपुरम-गुवाहाटी, नई दिल्ली-कोलकाता, नई दिल्ली-बेंगलुरु, नई दिल्ली-चेन्नै, कोलकाता-चेन्नै तथा चेन्नै-जोधपुर शामिल हैं।अन्य प्रमुख मार्गों में मुंबई-वाराणसी, मुंबई-पुणे, मुंबई-लखनऊ, मुंबई-नागपुर, नागपुर-पुणे, सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम, पटना-बेंगलुरु, पुणे-पटना, चेन्नै-कोयंबटूर, चेन्नै-सिकंदराबाद, सूरत-वाराणसी तथा भुवनेश्वर-कोलकाता शामिल हैं। कुछ अन्य मार्गों में नई दिल्ली से पटना, इलाहाबाद, अमृतसर, चंडीगढ़, कटरा, गोरखपुर, छपरा तथा भागलपुर का भी चयन किया गया है।मामले में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने कहा कि रेलवे निजी ट्रेनों के लिए मार्गों की पहचान कर रहा है। आगे उन्होंने कहा कि पीपीपीएसी ने 150 ट्रेनों के संचालन के लिए निजी कंपनियों से बोलियां आमंत्रित करने के रेलवे के प्रस्ताव को पहले ही मंजूरी दे चुका है और 10-15 दिनों के भीतर बोलियां आमंत्रित की जा सकती हैं।