राजेश कुमार वर्मा
पटना, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । भारतीय पुनर्वास परिषद् (नई दिल्ली) द्वारा अनुमोदित सतत् पुनर्वास शिक्षा के तहत बिहार के पुनर्वास विशेषज्ञों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण पटना स्थित जे.एम इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पीच एंड हियरींग सेंटर पर दिया गया। इस कार्यक्रम में बिहार भर से आये प्रतिभागियों ने अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित की। उक्त कार्यक्रम का उद्देश्य भारत सरकार के भारतीय पुनर्वास परिषद् द्वारा पहले से तय किया गया था । मुख्य रूप से अलग-अलग विशेषज्ञों को जो की विभिन्न दिव्यांगता श्रेणियों में कार्यरत हैं। उनको नये तकनीक व कौशल से परिचय करवा जा सके । बौद्धिक दिव्यांगजन को उनके जीविकोपार्जन हेतु वर्तमान में चल रहे नये ट्रेंड से डॉ० मनोज कुमार, नैदानिक मनोवैज्ञानिक ने गहन जानकारी दी। उन्होंने प्रतिभागीयो को इस क्षेत्र में कार्य करने व आगे बढने के लिए मार्गदर्शन सह प्रेरित भी किया।तकनीकी सैशन में डॉ० कुमार द्वारा परिस्थिति जन्य मूल्यांकन के गुर भी अभ्यर्थियों को सीखलाये गये।इन्होनें सभी कंडीडेट्स से यह भी अपील किया की जिनके घरों में कोई व्यक्ति दिव्यांग होता है तो प्रोफेशनल को इमपैथी के साथ उसपर विचार करना चाहिए ।अगर कोई दिव्यांग बच्चा हैं और उसका कोई भाई बहन बीमार हैं तो यथाशीघ्र संभव ईलाज के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए । कार्यक्रम की समाप्ति पर सभी प्रशिक्षु उम्मीदवारों को प्रमाणपत्र दिया गया। वहीं कार्यक्रम का उद्घाटन समाज कल्याण विभाग के निदेशक श्री राजकुमार द्वारा किया गया । तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में 65 प्रोफेशनल, शिक्षक व अन्य लोगों ने शिरकत की। धन्यवाद ज्ञापन संस्था के प्रिंसिपल श्री प्रेमलाल राय ने किया। इस अवसर पर बालिका आसरा गृह की अधीक्षिका रीमा यादव,विशेष शिक्षक सह प्रशिक्षक सुनील यादव,क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट सुश्री मानसी मोरे, मनोज कुमार, श्रीमती मेघना व संस्थान के अन्य वरिय अधिकारीगण ने कार्यक्रम को सफल बनाया । उपरोक्त जानकारी प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक चिकित्सक डॉ० मनोज कुमार ने पत्रकारों को दिया है। समस्त्तीपुर से राजेश कुमार वर्मा