राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिंदी न्यूज़ कार्यालय ) । बाजितपुर पंचायत के रानी टोल के निवासियों ने अंचलाधिकारी से भूमि अतिक्रमण से मुक्त करने की गुहार लगाया है। मालूम हो की जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत पोखरे के जीर्णोद्धार व सौन्दर्यीकरण को लेकर बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के द्वारा आदेश निर्देश देते हुऐ सरकारी पोखरा के भिंडा सहित अतिक्रमित भूमि को खाली कराने का आदेश जारी किया गया है। जिसको लेकर समस्त्तीपुर जितवारपुर प्रखंड के अंचलाधिकारी द्वारा जिले के पुनास, लगुनियां, धर्मपुर, चकनुर, सिंघिया, जितवारपुर, बाजितपुर इत्यादि गांव के पोखर पर आवास बनाकर निवास करने वाले ग्रामीणों को पोखर के भिंडा सहित सरकारी अतिक्रमित भूमि को खाली करने हेतू सूचना पत्र निर्गत किया है। इसी के तहत आज बाजीतपुर पंचायत के रानी टोला निवासी रामचंद्र महतो, कैलाश महतो, उमेश महतो, पारस मिश्रा, हरिकांत मिश्रा, राजेंद्र राम, प्रसाद महतो, सुरेश भगत इत्यादि सहित दर्जनों ग्रामीण प्रखंड स्थित अंचलाधिकारी के कार्यालय प्रकोष्ठ के बाहर पत्र के आलोक में बताया है कि थाना नंबर 32, खेसरा संख्या 08, बाजीतपुर पंचायत के रानी टोल पोखर पर हम लोग बरसों से घर बनाकर निवास करते चले आ रहे हैं । उक्त भूमि पर हमारे पूर्वज द्वारा मकान बनाकर निवास किया जा रहा था । अब जल जीवन हरियाली के नाम पर हम लोगों को सरकारी भूमि बताकर अतिक्रमण से मुक्त करने को कहा जा रहा है । जबकि हम लोगों के पास रहने के लिए वही एकमात्र घर है । अब हम लोगों को यह नोटिस मिला है की उक्त भूमि को खाली किया जाए । अब हम लोग जाए तो कहां जाएं । बिना कोई वैकल्पिक व्यवस्था किए आनन-फानन में सरकार द्वारा हटाने का आदेश निर्देश निर्गत किया गया है । जो सरासर गलत है। नीतीश कुमार की योजना सही है लेकिन जनमानस विरोधी कार्य किया जा रहा है। हमलोगों को पहले भूमि, मकान सरकार उपलब्ध कराये तब जाकर उक्त भूमि को अधिग्रहण करें अन्यथा हमलोग बाल बच्चे सहित आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी नीतीश सरकार की होगी । समस्त्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा संप्रेषित ।